Nagaland के 6 जिलों में शून्य प्रतिशत मतदान, क्यों नहीं पहुंचे वोटर क्या रही वजह?

Imphal: Nagaland: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की मतदान छोटे-मोटे घटना के अलावा शांतिपूर्ण रही। इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 102 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई।

जिसमें नॉर्थ ईस्ट के राज्य मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम और नागालैंड समेत असम के अलग-अलग लोकसभा सीटों पर मतदान हुए। इस दौरान नागालैंड में पूर्वी नागालैंड पीपल्स ऑर्गेनाइजेशन के आवाहन पर 6 जिलों में मतदान करने के लिए मतदाता पोलिंग बूथ पर ही नहीं पहुंचे।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 102 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है। जबकि नागालैंड के पांच ऐसे जिले हैं जहां लोगों ने अलग जिले की मांग को लेकर चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार किया। उन्होंने ENPO के साथ एकजुट दिखाने का निर्णय किया और मतदान के दिन घर के अंदर ही रहे. दोपहर 1:00 तक इन 6 जिलों में कोई मतदान नहीं हुआ।

पूर्वी नागालैंड पीपल्स ऑर्गेनाइजेशन ने विरोध स्वरूप इलाके के 6 जिलों के लोगों से चुनाव में वोटिंग नहीं करने का आग्रह किया था। बता दे की ए एन पी ओ 2010 से अलग राज्य फ्रंटियर नागालैंड की मांग करते आ रहा है। और नागालैंड विधानसभा में ईएनपीओ के पास 20 सिटें भी है।

हालांकि चुनाव आयोग ने पोलिंग बूथ पर पूरी व्यवस्था कर रखी थी। नागालैंड के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आवा लोरिंग ने कहा कि नागालैंड में उन सभी 6 जिलों के 738 मतदान केदो पर चुनाव अधिकारी तैनात थे। जहां मतदान के बहिष्कार की घोषणा की गई थी।

Nagaland: इन 6 जिला के लोगों ने नहीं किया मतदान

जिन जिलों को लेकर अलग राज्य की मांग की जा रही है उनमें नागालैंड के मोन, तूएनसांग, लोंग़नलेंग, किफिरे, शामतोर और नोक्लाक जिले मौजूद है। स्थानीय संगठनों ने इस जिलों को विकास के कई मोचन पर अपेक्षित रखने का आरोप लगाया है।

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