PM Narendra Modi की नई मंत्रिपरिषद में बड़े बदलाव किए गए हैं. स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर और नारायण राणे समेत पूर्ववर्ती सरकार के 37 मंत्रियों को इस नई मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं किया गया है.
Modi 3.0- पिछली सरकार के 42 राज्य मंत्रियों में से 30 को इस बार हटा दिया गया है
पुरुषोत्तम रुपाला, अर्जुन मुंडा, आर के सिंह और महेंद्र नाथ पांडे, जो मोदी के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री थे उन्हें भी इस बार मंत्रिपरिषद से बाहर रखा गया है. हालांकि तीनों स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों को बरकरार रखा गया है. पिछली सरकार के 42 राज्य मंत्रियों में से 30 को इस बार हटा दिया गया है.
Modi 3.0- मुरलीधरन को भी नई मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं किया गया
जिन नेताओं को नई मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली है उनमें वी के सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते, अश्विनी चौबे, रावसाहेब दानवे, साध्वी निरंजन ज्योति, संजीव बालियान, राजीव चंद्रशेखर, सुभाष सरकार, निसिथ प्रमाणिक, राजकुमार रंजन सिंह और प्रतिमा भौमिक शामिल हैं. इनके अलावा, मीनाक्षी लेखी, मुंजापारा महेंद्रभाई, अजय कुमार मिश्रा, कैलाश चौधरी, कपिल मोरेश्वर पाटिल, भारती प्रवीण पवार, कौशल किशोर, भगवंत खुबा और वी. मुरलीधरन को भी नई मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं किया गया है.
Modi 3.0- 18 मंत्री ऐसे हैं जो हाल ही में चुनाव हार गए
इनमें से 18 मंत्री ऐसे हैं जो हाल ही में चुनाव हार गए हैं. एल. मुरुगन जो पिछली सरकार के एकमात्र राज्य मंत्री हैं जो चुनाव हार गए थे उन्हें बरकरार रखा गया है क्योंकि वे राज्यसभा के सदस्य हैं. इन बड़े बदलावों के साथ नई मंत्रिपरिषद को और अधिक सक्षम और प्रभावी बनाने का प्रयास किया गया है. सरकार का उद्देश्य नए चेहरों को मौका देना और विभिन्न क्षेत्रों में अधिक विशेषज्ञता और अनुभव लाना है.
मोदी सरकार के दोनों कार्यकालों में कैबिनेट मंत्री रहीं स्मृति ईरानी, जिन्होंने मानव संसाधन विकास, कपड़ा, महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाला था इस बार अमेठी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सहयोगी किशोरी लाल शर्मा से 1.69 लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव हार गईं.
पुरुषोत्तम रुपाला जो पिछली सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मामलों के मंत्री थे उन्होंने गुजरात की राजकोट लोकसभा सीट से लगभग पांच लाख मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की. वहीं मत्स्य पालन मंत्रालय में उनके सहयोगी संजीव कुमार बालियान जो मुजफ्फरनगर से दो बार सांसद रहे इस बार 24,000 से अधिक मतों से चुनाव हार गए और उन्हें मंत्रिपरिषद से हटा दिया गया है.
अनुराग ठाकुर इस बार मंत्री पद से बाहर कर दिए गए
अनुराग ठाकुर जो हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार जीते हैं मोदी के दूसरे कार्यकाल में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और युवा मामले एवं खेल मंत्रालय संभाल रहे थे. उन्होंने भी इस बार मंत्री पद से बाहर कर दिए गए.
नारायण राणे जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री थे उन्होंने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है. यह पहली बार है जब भाजपा ने तटीय कोंकण क्षेत्र में संसदीय सीट जीती है जो शिवसेना का पारंपरिक गढ़ रहा है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री राणे 2019 में भाजपा में शामिल हुए और राज्यसभा के लिए मनोनीत किए गए.
यह उनका पहला लोकसभा चुनाव था. इन बड़े बदलावों के तहत मोदी सरकार ने अपने मंत्रिपरिषद में नए चेहरों को जगह दी है जिससे सरकार में नए विचार और नई ऊर्जा का संचार हो सके.