Dhanbad: Jharkhand News: भारतीय पुरातन चिकित्सा पद्धति को फिर से बढ़ावा दिया जा रहा है. आयुर्वेद की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे भारतीय लोगों के साथ, धनबाद के लोग भी इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं.
सदर अस्पताल में नए सुविधाओं के निर्माण का कार्य तेजी से प्रगति पर
वे अब जिला आयुष विभाग से निशुल्क पंचकर्म चिकित्सकीय सेवा का लाभ उठा सकेंगे. सदर अस्पताल में नए सुविधाओं के निर्माण का कार्य तेजी से प्रगति पर है.
पुरातन चिकित्सा पद्धति के दिन फिर लौट रहे हैं. एलोपैथिक की दवा के दुष्परिणाम के कारण लोग अब आयुर्वेद की तरफ तेजी से रुक कर रहे हैं. ऐसे में धनबादवासियों के लिए राहत भरी खबर है।श. धनबाद के लोगों को जिला आयुष विभाग की ओर से निशुल्क पंचकर्म चिकित्सकीय सेवा का लाभ मिलेगा.
सदर अस्पताल परिसर में भवन प्रमंडल विभाग ने केंद्र का निर्माण शुरू कर दिया है. इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 55 लाख रुपये है और यह भवन तीन महीने में पूरा हो जाएगा. यह सरकार के एक और कदम है जो सामाजिक सुधारों की दिशा में अहम योगदान कर रहा है. जिला आयुष पदाधिकारी डॉक्टर कुमकुम ने बताया कि पंचकर्म केंद्र में पुरातन चिकित्सकीय पद्धतियों का उपयोग करके कई गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा सकता है.
इसके लिए विशेषज्ञों की नियुक्ति की जा रही है. यहां आने वाले मरीजों को पुरातन चिकित्सा पद्धतियों से बीमारियों से निजात पाने का मौका मिलेगा. आयुर्वेद के प्रति लोगों में दिन पर दिन बढ़ता हुआ रुझान देखा जा रहा है.
Jharkhand News: पंचकर्म चिकित्सा: आधुनिक चिकित्सा का नया दिशा-निर्देश
पंचकर्म चिकित्सा जो आयुर्वेद का अहम हिस्सा है, वर्तमान में देश और विदेशों में उत्कृष्टता को प्राप्त कर रही है. यह विशेष चिकित्सा पद्धति शरीर की शुद्धि और उपचार के लिए विभिन्न तकनीकों का एक संयुक्त उपयोग करती है. पंचकर्म के माध्यम से शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त किया जाता है और स्वस्थ्य को बढ़ावा दिया जाता है. जिला आयुष पदाधिकारी डॉ. कुमकुम ने बताया कि अवसादक दोष शरीर में अम उत्पन्न करता है, जो कि विभिन्न रोगों की जड़ होता है.
अच्छे स्वास्थ्य के लिए संतुलित जीवनशैली, पोषण और नियमित व्यायाम महत्वपूर्ण है. डॉ. कुमकुम ने उत्कृष्टता के लिए इस चिकित्सा पद्धति के प्रचार-प्रसार की भी बात की, जिससे लोगों को इसके लाभ मिल सकें और स्वस्थ्य जीवनशैली का आनंद उठा सकें.