Ranchi: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के पश्चात उनकी पत्नी Kalpana Soren की पॉलिटिक्स में एंट्री हो चुकी है.
कल्पना सोरेन ने बीमार ससुर शिबू सोरेन तथा पति हेमंत सोरेन की अनुपस्थिति में न केवल पूरी पार्टी की बागडोर संभाली बल्कि लोकसभा चुनाव में राज्य में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत को सुनिश्चित करने के लिए पूरा जोर भी लग रही है. 31 जनवरी 2024 को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी होने के दो दिन पश्चात है कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात कल्पना से हुई.
दोनों दलों की तरफ से इस राजनीतिक मुलाकात को सामान्य शिष्टाचार भेंट ही बताया जा रहा है तथा दोनों नेताओं के मध्य हुई वार्तालाप के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. परंतु कल्पना सोरेन ने मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी से हुई वार्तालाप के बारे में बताया. गांडेय विधानसभा उपचुनाव के परिणाम के पश्चात कल्पना सोरेन ने झारखंड में मुख्यमंत्री पद संभालने के बारे में साफगोई अपनी बात कही.
संघर्ष की इस लड़ाई में राहुल गांधी ने सहयोग देने का दिलाया भरोसा: Kalpana Soren
कल्पना सोरेन ने कहा कि 31 जनवरी को पति हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के पश्चात उनके जीवन बदल गया. आगे उन्होंने बताया कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के पश्चात इंडिया गठबंधन के कई नेता उनसे मिलने पहुंचे इसमें सबसे पूर्व पहुंचने वाले राहुल गांधी थे. कल्पना सूर्य ने बताया कि राहुल गांधी ने हर स्तर पर इंडिया गठबंधन की तरफ से उनके साथ देने का भरोसा दिलाया.
उन्होंने बताया कि यह संघर्ष का वक्त है तथा इसमें कुछ वक्त और भी लग सकता है परंतु इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी एवं पूरा गठबंधन हेमंत सोरेन के साथ है.
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जिम्मेदारियां संभाल रहे, अभी यह प्रश्न पूछना गलत
झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के पश्चात उन्हें सीएम बनाए जाने की बात पर कल्पना सोरेन ने स्थिति को साफ करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि अभी कम चौपाई सोरेन बहुत अच्छे तरीके से कार्य कर रहे हैं और वह बेहतर तरीके से जिम्मेदारियां भी संभाल रहे हैं तो ऐसे में यह प्रश्न पूछना ही गलत होगा. इस मामले पर आल्हा कमान की तरफ से ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
बिहार की तरह ही झारखंड में भी राबड़ी देवी की कहानी दोहराए जाने पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कल्पना सोरेन ने बताया कि राबड़ी देवी उनके चाचा जैसी हैं और हर रिश्ते को वह रिश्ते की तरह निभाना चाहती हैं. लालू प्रसाद यादव जी आदरणीय है तथा उनका आशीर्वाद भी उन्हें मिलता रहा है.
सीता सोरेन का व्यक्तिगत फैसला, किसी के निर्णय पर प्रश्न नहीं उठाना चाहिए: Kalpana Soren
अपनी जेठानी सीता सोरेन एवं शिबू सोरेन की बड़ी बहू के झामुमो छोड़ने के निर्णय को कल्पना सोरेन ने व्यक्तिगत फैसला बताया और उन्होंने कहा कि किसी के पर्सनल डिसीजन पर किसी दूसरे को प्रश्न नहीं उठाना चाहिए. एक प्रश्न के उत्तर में कल्पना सूर्य ने बताया कि राजनीति में आने का निर्णय एकदम क्राइसिस के वक्त में हुआ, इससे पूर्व सीता सोरेन या परिवार के किसी अन्य सदस्य से राजनीति के बारे में उनकी कोई बात नहीं होती थी.
अभी भी संकट का वक्त है और सभी को साथ मिलकर चलने की आवश्यकता है.