प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पोप फ्रांसिस से मुलाकात की. इस मुलाकात में पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का निमंत्रण दिया.
यह पहली बार नहीं है जब PM Modi ने पोप को भारत आने का निमंत्रण दिया है. इससे पहले 2016 और 2021 में भी उन्होंने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता दिया था. हालांकि पोप ने अभी तक भारत का दौरा नहीं किया है. अगर पोप फ्रांसिस इस बार भारत आते हैं, तो यह हिंदू बहुल देश में उनकी पहली यात्रा होगी.
PM Modi और पोप फ्रांसिस ने इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन के ‘आउटरीच सेशन’ में गर्मजोशी से मुलाकात की. पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस के प्रति उनकी सेवा भावना और हमारे ग्रह को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता की सराहना की. पोप फ्रांसिस ने भी पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार किया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर जैसे मुद्दों पर अपने विचार साझा किए. पीएम मोदी पोप फ्रांसिस से मुलाकात करने वाले भारत के पांचवें प्रधानमंत्री हैं.
उनसे पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, इंद्र कुमार गुजराल और अटल बिहारी वाजपेयी भी पोप से मिल चुके हैं. वर्ष 2021 में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया था. पोप जॉन पॉल द्वितीय ने 1999 में भारत का दौरा किया था जो किसी पोप द्वारा भारत का अंतिम दौरा था.
पोप के भारत दौरे का महत्व
भारत में रोमन कैथोलिकों की संख्या करीब 20 मिलियन से अधिक है जो इसे एशिया में दूसरी सबसे बड़ी कैथोलिक आबादी वाला देश बनाता है. भारत का दौरा करने वाले अंतिम पोप जॉन पॉल द्वितीय थे जो 1999 में आए थे. पोप फ्रांसिस का भारत आना कैथोलिक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा और इससे समुदाय में खुशी की लहर दौड़ जाएगी.
सियासी मायने
पोप फ्रांसिस का भारत दौरा पीएम मोदी की कूटनीतिक सफलता के रूप में देखा जाएगा. इससे भारत की वैश्विक छवि को भी मजबूती मिलेगी. साथ ही 2026 में केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को ईसाई वोटरों का समर्थन मिलने की संभावना भी बढ़ेगी. इससे यह संदेश भी जाएगा कि मोदी सरकार ईसाई समुदाय के प्रति संजीदा है.
पोप का दौरा भारत के लिए एक ऐतिहासिक अवसर हो सकता है जिससे भारत और वेटिकन के बीच रिश्ते और प्रगाढ़ हो सकते हैं और दुनिया में भारत की छवि और मजबूत हो सकती है.