Ranchi: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump और टेक दिग्गज एलन मस्क के बीच विवाद ने नया मोड़ ले लिया है।
Time to drop the really big bomb:@realDonaldTrump is in the Epstein files. That is the real reason they have not been made public.
Have a nice day, DJT!
— Elon Musk (@elonmusk) June 5, 2025
कभी एक-दूसरे की तारीफ करने वाले ये दोनों प्रभावशाली शख्सियतें अब खुले तौर पर एक-दूसरे के खिलाफ हमलावर हो गए हैं। शुक्रवार को दिए गए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने मस्क को लेकर बेहद तीखा बयान देते हुए कहा, “उस आदमी का दिमाग खराब हो गया है, मुझसे बात करने का मेरा मन नहीं है।”
क्या है विवाद की जड़?
यह विवाद ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट’ को लेकर शुरू हुआ, जिसके चलते एलन मस्क ट्रंप से खासे नाराज़ हैं। ट्रंप ने कहा कि मस्क ईवी टैक्स इंसेंटिव हटाए जाने को लेकर नाराज हैं, जबकि मस्क का दावा है कि उन्हें इस बिल के बारे में जानकारी तक नहीं दी गई और यह आधी रात को पारित किया गया।
Donald Trump का पलटवार
एबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा:
“मस्क मुझसे बात करना चाहते हैं, लेकिन मैं बिल्कुल भी इच्छुक नहीं हूं।”
ट्रंप ने आगे कहा कि उन्होंने मस्क की पहले काफी मदद की है, लेकिन अब उन्हें उनके व्यवहार से निराशा हुई है। ट्रंप ने एलन मस्क को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी और रक्षा अनुबंधों को समाप्त करने की भी चेतावनी दी।
मस्क का जवाब: स्पेसएक्स सेवाएं निलंबित करने की धमकी
ट्रंप की धमकियों के जवाब में एलन मस्क ने भी कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा कि यदि सरकारी अनुबंधों में कटौती की गई, तो स्पेसएक्स ‘ड्रैगन’ अंतरिक्ष यान की सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी जाएंगी। यह सेवाएं अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
क्या हो सकता है असर?
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अमेरिकी रक्षा और अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रमों पर बड़ा असर पड़ सकता है, क्योंकि स्पेसएक्स और स्टारलिंक जैसे प्रोजेक्ट्स इन क्षेत्रों में सरकार के प्रमुख सहयोगी रहे हैं।
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ट्रंप के इस आक्रामक रुख से उनकी 2024 चुनावी रणनीति और कॉर्पोरेट गठजोड़ों पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।
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मस्क की चेतावनी यदि अमल में लाई जाती है, तो NASA और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों की गतिविधियों में रुकावट संभव है।
यह टकराव सिर्फ दो ताकतवर व्यक्तियों के बीच की व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है, बल्कि अमेरिका की टेक्नोलॉजी नीति, चुनावी रणनीति, और सरकारी-निजी भागीदारी के भविष्य पर गहरा असर डाल सकता है।