झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के नेता Hemant Soren को शुक्रवार 28 जून को रांची के बिरसा मुंडा जेल से रिहा किया गया. झारखंड हाई कोर्ट ने उन्हें जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दी है. गौरतलब है कि उन्हें 31 जनवरी को ईडी ने गिरफ्तार किया था.
क्या कहा Hemant Soren ने?
रिहाई के बाद हेमंत सोरेन अपने आवास के लिए रवाना हुए इस दौरान उनके साथ सैकड़ों गाड़ियों का काफिला था. गाड़ी में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं. जेल से निकलते ही हेमंत सोरेन ने हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया जो बड़ी संख्या में वहां उपस्थित थे. कार्यकर्ताओं ने “जिंदाबाद” के नारे लगाए और अपनी खुशी का इजहार किया.
रिहाई के बाद हेमंत सोरेन ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा “मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाकर जेल में बंद कर दिया गया. लोगों की आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है. न्यायालय ने अपना न्याय सुनाया है उनकी वजह से ही मैं आज बाहर आया हूं.” उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने भी इस मौके पर कहा “बहुत दिनों बाद ये दिन आया है. मैं सभी को धन्यवाद करती हूं.” हाई कोर्ट के आदेश के बाद जेएमएम और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आपस में मिठाई बांटकर अपनी खुशी साझा की.
जमानत की शर्तों पर भी की बातचीत
जमानत की शर्तों के तहत जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की एकल पीठ ने आदेश दिया कि हेमंत सोरेन को 50,000 रुपये के जमानत मुचलके और इतनी ही राशि की दो जमानत प्रस्तुत करने पर रिहा किया जाए. सोरेन के वकील अरुणाभ चौधरी ने कहा, “हेमंत सोरेन को जमानत दे दी गई है. अदालत ने कहा है कि प्रथम दृष्टया वह दोषी नहीं हैं और जमानत पर रिहाई के दौरान याचिकाकर्ता की तरफ से कोई अपराध किए जाने की कोई आशंका नहीं है.”