Pappu Yadav ने नीतीश कुमार की तारीफ ऐसे वक्त में की है जब पूर्णिया के रूपौली में विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं. यहां पर जेडीयू के कलाधर मंडल का मुकाबला आरजेडी की बीमा भारती से है. बीमा आरजेडी के सिंबल पर पूर्णिया से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं.
नीतीश और लालू को लेकर क्या कहा Pappu Yadav ने?
एक स्पेशल प्रोग्राम में पप्पू ने कहा कि “मैं नीतीश कुमार को सालों से जानता हूं. उनके करीबी लोग गलत हो सकते हैं लेकिन नीतीश नहीं. वे कभी गलत कामों को बढ़ावा भी नहीं देते हैं.” उन्होंने इस दौरान नीतीश कुमार के फिर से पलटने की बात भी कही.
वहीं लालू परिवार को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पप्पू ने कहा कि “मेरे रिश्ते ठीक ही हैं. चुनाव से पहले लालू यादव ने मुझे बुलाया था और मैंने कई सीटों को लेकर सलाह दी थी. लालू मुझसे मधेपुरा या सुपौल सीट से लड़ने के लिए कह रहे थे लेकिन मैंने पूर्णिया से ही लड़ने की बात कही थी.”
पप्पू ने तेजस्वी यादव को लेकर कहा कि “उनके करीबी लोग राजनीतिक रूप से मैच्योर नहीं हैं. तेजस्वी की वजह से ही बिहार में इंडिया गठबंधन की हार हुई है. उन्होंने टिकट बंटवारे में काफी गलतियां की जिस वजह से 26 सीटों पर इंडिया गठबंधन की हार हुई.”
Pappu Yadav ने नीतीश की क्यों की तारीफ, जानें पूरी कहानी –
- पप्पू यादव की नीतीश की तारीफ को तत्कालीन तौर पर रूपौली उपचुनाव से ही जोड़कर देखा जा रहा है. पप्पू यादव ने कांग्रेस से इस सीट पर उम्मीदवार उतारने की मांग की थी लेकिन कांग्रेस ने आरजेडी के सामने सरेंडर कर दिया. इसके बाद पप्पू के सामने किसी निर्दलीय को समर्थन करने का ऑप्शन था लेकिन जानकार बताते हैं कि इसमें दो रिस्क थे.
रूपौली सीट पर कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें से 5 निर्दलीय और 6 पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं. पप्पू अगर खुलकर किसी को समर्थन देते तो उनके लिए यह नाक की लड़ाई हो जाती. पप्पू ने इससे बचने के लिए यहां साइलेंट रहने की रणनीति अपनाई है.
नीतीश कुमार का समर्थन करके पप्पू ने इशारों ही इशारों में अपने समर्थकों को संदेश दे दिया है. रूपौली में नीतीश के उम्मीदवार कलाधर मंडल काफी मजबूत स्थिति में हैं. कलाधर पिछली बार निर्दलीय लड़कर करीब 7 हजार वोट लाए थे.
यह भी पढ़े: UGC-NET का प्रश्नपत्र डार्कनेट पर लीक हो गया था: Dharmendra Pradhan
लोकसभा चुनाव के दौरान रूपौली विधानसभा में जेडीयू के संतोष कुशवाहा को करीब 97 हजार पप्पू यादव को करीब 77 हजार और बीमा भारती को करीब 10 हजार वोट मिले थे. ऐसे में अगर कलाधर जीतते हैं तो एक तीर से दो निशान लग जाएंगे.
- इसके अलावा पप्पू के इस बयान को कांग्रेस पर प्रेशर बनाने के रूप में भी देखा जा रहा है. पप्पू यादव की चाहत है कि कांग्रेस आरजेडी के साए से बाहर निकलकर बिहार में खुद का विस्तार करे. पप्पू इसकी खुलकर वकालत भी कर चुके हैं. बिहार में आखिरी बार 2010 में कांग्रेस अकेले मैदान में उतरी थी.
- पप्पू यादव निर्दलीय चुनाव जीते हैं. राज्य में अभी जेडीयू की सरकार है और केंद्र की सत्ता पर भी उसका दबदबा है. पप्पू नीतीश को साधकर नया रास्ता भी बनाना चाहते हैं. पप्पू के जेडीयू में जाने की चर्चा पहले भी लग चुकी है.
पूर्णिया के रूपौली में अभी नहीं हुए हैं उपचुनाव
लोकसभा चुनाव से पहले रूपौली से जेडीयू विधायक बीमा भारती ने इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल का दामन थाम लिया थ. विधायकी से इस्तीफा देने के बाद बीमा भारती आरजेडी के टिकट पर पूर्णिया सीट से लोकसभा के मैदान में उतरीं. हालांकि यहां पर उन्हें सफलता नहीं मिल पाई. बीमा के इस्तीफे की वजह से रिक्त रूपौली सीट पर चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा की है.
जेडीयू ने यहां से कलाधर मंडल के उम्मीदवार बनाया है. मंडल पहले आरजेडी में थे. वहीं आरजेडी ने बीमा भारती पर ही भरोसा जताया है. कांग्रेस और बीजेपी ने यहां पर उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. 2010 से रूपौली सीट पर जेडीयू का कब्जा है. पिछले चुनाव में जेडीयू के सिंबल पर बीमा भारती ने एलजेपी के शंकर सिंह को करीब 20 हजार वोटों से हराया था.