Ranchi: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री Hemant Soren और वर्तमान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने एक सभा में भाग लिया.
दो महीनों में राज्य में 50 हजार शिक्षकों की बहाली होगी: CM Champai Soren
इस सभा में चंपई सोरेन ने बड़े एलान किए जो आगामी चुनाव के लिए महत्त्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने घोषणा की कि अगले दो महीनों में राज्य में 50 हजार शिक्षकों की बहाली होगी. इसके साथ ही, पुलिस की भी बड़ी संख्या में भर्ती की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि अगस्त महीने से राज्य की 21 से 50 साल तक की महिलाओं को सरकार द्वारा 1000 रुपये मासिक पेंशन देने की योजना लागू की जाएगी.
CM चंपई सोरेन ने राज्य के 33 लाख गरीबों के लिए एक बड़ी घोषणा की
इसके अलावा राज्य के 33 लाख गरीबों को 15 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा जो उनके लिए एक बड़ी राहत साबित होगी. मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही 20 लाख परिवारों को अबुआ आवास योजना के तहत घर उपलब्ध कराए जाएंगे. झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने राज्य के 33 लाख गरीबों के लिए एक बड़ी घोषणा की है.
उन्होंने बताया कि अब इन गरीब परिवारों को 15 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा लाभ मिलेगा. इसके साथ ही सरकार शीघ्र ही 20 लाख परिवारों को अबुआ आवास योजना के तहत घर उपलब्ध कराएगी.
शिबू सोरेन ने झारखंड आंदोलन किया और अलग राज्य की प्राप्ति की: CM
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भोगनाडीह में कहा कि झारखंड के लोगों ने कभी किसी की अधीनता स्वीकार नहीं की. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह धरती हमारे पूर्वजों के बलिदान पर बनी है. जिस तरह सिदो-कान्हू, चांद-भैरव ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़कर अपनी जमीन की रक्षा की थी उसी तरह दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखंड आंदोलन किया और अलग राज्य की प्राप्ति की.
“हम वीरों के वंशज ना डरेंगे ना ही झुकेंगे”- हेमंत सोरेन
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें झारखंड के वीरों से प्रेरणा लेनी है और उनके बताए रास्ते पर चलना है. उन्होंने कहा “हम वीरों के वंशज हैं और किसी से डरने घबराने या झुकने वाले नहीं हैं.” हेमंत सोरेन ने यह भी बताया कि खनिज संपदा की बकाया रकम मांगने पर केंद्र की भाजपा सरकार ने उन्हें गलत केस में फंसाकर पांच माह तक जेल में रखा पर सच्चाई की जीत हुई और वह जमानत पर रिहा हो गए.
इस तरह हेमंत सोरेन ने अपनी ताकत और साहस का प्रदर्शन किया और झारखंड के लोगों को उनके अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा दी.