नई दिल्ली: भारत की सबसे वीआईपी कही जाने वाली ट्रेन Vande Bharat Express में हुई एक शर्मनाक घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
A passenger being trashed by some goons in Vande Bharat.
His mistake? He refused seat to BJP MLA Rajeev Singh.
Build PM Awas or VB, if you don’t control such hooliganism by high-heded MLA/MPs who win elections on your name, everything is just waste.@narendramodi… pic.twitter.com/5xK2deqpiK
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) June 23, 2025
झांसी स्टेशन पर भाजपा विधायक राजीव सिंह पारीछा के समर्थकों द्वारा एक यात्री की पिटाई का वीडियो सोमवार को सामने आया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। विपक्ष के निशाने पर आए विधायक को अब भारतीय जनता पार्टी ने नोटिस भेजकर सात दिनों में जवाब मांगा है।
मारपीट का वीडियो वायरल, Vande Bharat Express में मची अफरातफरी
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ट्रेन के ई-2 कोच में आठ-दस लोग एक यात्री को लात-घूंसों से बेरहमी से पीट रहे हैं। वीडियो में झांसी के बबीना से विधायक राजीव सिंह पारीछा भी कुछ ही दूरी पर बैठे दिखाई देते हैं। घटना 19 जून को नई दिल्ली-रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस में झांसी स्टेशन पर हुई थी, जब ट्रेन थोड़ी देर के लिए रुकी थी।
विंडो सीट से शुरू हुआ विवाद, ट्रेन में चढ़े ‘समर्थक’
बताया जा रहा है कि विधायक अपनी पत्नी और बेटे के साथ यात्रा कर रहे थे। उनकी सीटें अलग-अलग थीं। 49 नंबर विंडो सीट पर बैठे यात्री राजप्रकाश से उन्होंने सीट बदलने को कहा, लेकिन राजप्रकाश के मना करने पर नाराज विधायक ने ट्रेन के झांसी पहुंचते ही कथित तौर पर अपने समर्थकों को कोच में बुलाया, जिन्होंने राजप्रकाश पर हमला कर दिया।
राजनीतिक घमासान तेज, अखिलेश यादव ने कसा तंज
घटना का वीडियो सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “वीआईपी ट्रेन में ऐसी गुंडागर्दी? ये है नया भारत?” उनके इस पोस्ट के बाद भाजपा ने तेजी से प्रतिक्रिया देते हुए राजीव पारीछा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
BJP का रुख सख्त, कार्रवाई की चेतावनी
भाजपा के नोटिस में विधायक से सात दिनों में लिखित जवाब मांगा गया है। पार्टी ने कहा है कि यदि उत्तर संतोषजनक नहीं हुआ तो कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। भाजपा नेतृत्व इस पूरे घटनाक्रम से बेहद असहज महसूस कर रहा है क्योंकि इससे पार्टी की सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचा है।
पूर्व मंत्री रामनिवास रावत बने दर्शक, बाद में पोस्ट डिलीट की
घटना के समय मध्य प्रदेश के पूर्व वन मंत्री रामनिवास रावत भी उसी कोच में मौजूद थे। हालांकि उन्होंने किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर घटना की निंदा करते हुए एक पोस्ट डाली, जिसे बाद में डिलीट कर दिया। उन्होंने लिखा था,
“इस तरह की घटना वीवीआईपी ट्रेनों में हो रही है, यह अत्यंत निंदनीय है और यात्रियों में भय पैदा करती है।”
यात्री का आरोप, विधायक समर्थकों ने किया हमला
पीड़ित यात्री राजप्रकाश ने आरोप लगाया कि मारपीट करने वाले लोग विधायक के समर्थक थे। उनका कहना है कि उन्होंने कोई अभद्रता नहीं की थी, सिर्फ अपनी सीट नहीं छोड़ी थी। झांसी जीआरपी में इस मामले में एनसीआर दर्ज की गई है, जिसमें विधायक की ओर से उल्टा यात्री पर “गलत व्यवहार” का आरोप लगाया गया है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा और कानून व्यवस्था
घटना ने रेलवे सुरक्षा, VIP यात्रियों के व्यवहार और आम यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला न केवल राजनीतिक तूल पकड़ रहा है, बल्कि भारतीय रेलवे की प्रतिष्ठा पर भी सवालिया निशान लगा रहा है।