कोल्हान के कई विधायक पहुंचे CM Hemant Soren के निवास

Ranchi: CM Hemant Soren: झारखंड की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल मची है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कोल्हान के प्रभावशाली नेता चंपई सोरेन दिल्ली में हैं और उनकी संभावित भाजपा में एंट्री को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. चंपई सोरेन जिन्हें कोल्हान का टाइगर कहा जाता है ने दिल्ली से लेकर रांची तक राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है.

चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए CM Hemant Sorenऔर झारखंड मुक्ति मोर्चा के आलाकमान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से अपमानित करके हटाया गया था. 3 जुलाई को आयोजित विधायक दल की बैठक जिसका एजेंडा तक उन्हें नहीं बताया गया था चंपई के लिए आखिरी धक्का साबित हुई.

उन्होंने लिखा कि उनके सारे अपॉइंटमेंट्स कैंसिल कर दिए गए और मुख्यमंत्री पद का प्रोटोकॉल भी उनसे बिना बताए छीन लिया गया. चंपई ने इसे अपना अपमान बताया और कहा कि एक समय तो उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का भी विचार किया था.

रांची में राजनीतिक सरगर्मी

जबकि चंपई सोरेन दिल्ली में भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं रांची में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. कोल्हान के कई विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर मिलने पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन, चंपई सोरेन के संभावित भाजपा में शामिल होने से होने वाले राजनीतिक नुकसान की भरपाई के लिए कोल्हान के इन विधायकों को अपने साथ मिलाने की कोशिश कर रहे हैं.

चंपई सोरेन की भाजपा में संभावित एंट्री

चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं और बताया जा रहा है कि इस दिशा में सारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा सहित अन्य नेताओं से इस बारे में विमर्श किया गया है. इस बात का भी आकलन किया गया है कि चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को क्या फायदे हो सकते हैं.

हालांकि चंपई सोरेन की भाजपा में शामिल होने की औपचारिकता में देरी हो रही है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली से बाहर हैं.

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झारखंड के पार्टी प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी भी अपने गृहनगर में हैं. इसलिए चंपई सोरेन इन नेताओं के दिल्ली लौटने का इंतजार कर रहे हैं ताकि भाजपा में उनका स्वागत औपचारिक रूप से किया जा सके. चंपई सोरेन का झारखंड की राजनीति से असंतोष और भाजपा में उनकी संभावित एंट्री झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है.

हेमंत सोरेन सरकार पर इसका क्या असर होगा यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा. लेकिन इतना तय है कि चंपई सोरेन का यह कदम झारखंड की राजनीति में एक नई दिशा और संभावनाओं को जन्म देगा.

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