महाराष्ट्र के पालघर में PM नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर माफी मांगी है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्रपति महाराज हमारे लिए केवल राजा महाराजा नहीं बल्कि पूजनीय है.
मैं उनके चरणों में गिर कर उनसे माफी मांगता हूं. इसी के चलते उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर हम विकसित महाराष्ट्र विकसित भारत के संकल्प पर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं. पालघर में आज कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास इसी दिशा में एक ऐतिहासिक कोशिश के रूप में याद किया जाएगा.
PM मोदी ने विरोधियों पर साधा निशाना
पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि हमारे संस्कार अलग हैं और हम वह लोग नहीं है जो आए दिन भारत मां के महान सपूत धरती के लाल वीर सावरकर को लेकर अनाप-शनाप बातें करते हैं उनको अपमानित करते रहते हैं. आए दिन देशभक्ति की भावनाओं को कुचलते हैं, आज महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है.
महाराष्ट्र के साथ पूरे देश को मिलेगा लाभ
पालघर को बढ़ावा बंदरगाह प्रोजेक्ट की सौगात देने आए पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि आज महाराष्ट्र विकास के लिए पूर्ण समर्थ है तथा यहां पूरा संसाधन भी है. यहां समुद्र तट भी है तथा इन तटों से दुनिया के व्यापार का सदियों पुराना इतिहास भी है और यहां भविष्य की अपार संभावनाएं भी हैं.
आगे उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र एवं देश को इन अवसरों का पूर्ण लाभ मिलेगा इसीलिए आज यहां पोर्ट की नींव रखी गई है. यह देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट होगा और देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे गहरी पोर्ट में से एक होगा.
छत्रपति शिवाजी महाराज के सपनों का प्रतीक बनेगा ये पोर्ट
PM नरेंद्र मोदी ने कहा हमारी सरकार ने दो-तीन दिन पूर्व ही दिघी बंदरगाह औद्योगिक क्षेत्र के विकास को मंजूरी दे दी है. यह महाराष्ट्र की जनता के लिए दोगुनी खुशखबरी है. यह पोर्ट छत्रपति शिवाजी के सपनों का भी प्रतीक बनेगा. उन्होंने बताया कि एक समय था जब भारत को दुनिया के सबसे सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार भी था- भारत का समुद्री सामर्थ्य.
महाराष्ट्र इसमें सबसे बेहतर है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज नए समुद्री व्यापार को समुद्री शक्ति को एक नई ऊंचाई दी थी उन्होंने नई नीतियां बनाई देश की प्रगति के लिए निर्णय लिए.
मछली उत्पादन दुगना हो गया- पीएम मोदी
पीएम ने इस दौरान मछुआरों की खुशहाल जिंदगी को लेकर भी कई अहम बातें कही. उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश बन गया है. वर्ष 2014 में देश में 80 लाख टन मछली का ही उत्पादन होता था और आज लगभग 170 लाख उत्पादन हो रहा है. जिसका अर्थ है कि बीते 10 वर्षों में मछली उत्पादन दोगुना हो गया है.
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उन्होंने बताया कि हमारी सरकार मछली उत्पादन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने का भी काम कर रही है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत हजारों महिलाओं को सहायता दी गई है.