पूर्णिया से निर्दलीय सांसद Pappu Yadav ने मंगलवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से 10 जनपथ पर खास मुलाकात की।
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के राजनीतिक मायने बहुत गहरे हैं और आने वाले समय में इसका असर बिहार की राजनीति पर स्पष्ट रूप से दिखेगा।
Pappu Yadav News: कांग्रेस मुख्यालय में भी दिखी सक्रियता
इससे पहले पप्पू यादव दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद थे। यह बैठक खास तौर पर बिहार चुनाव की रणनीति को लेकर बुलाई गई थी, जिसमें राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और आगामी गठबंधन को लेकर गंभीर चर्चा हुई।
गठबंधन की अटकलें तेज
पप्पू यादव की कांग्रेस नेताओं से यह करीबी मुलाकात ऐसे वक्त हो रही है जब महागठबंधन की स्थिति बिहार में कमजोर दिख रही है। राजद और कांग्रेस के बीच कुछ समय से दूरियां बढ़ रही थीं, वहीं जदयू के रुख में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में पप्पू यादव जैसे नेता की कांग्रेस से नजदीकियां यह संकेत दे रही हैं कि कोई *नई राजनीतिक दिशा* तय की जा सकती है।
Pappu Yadav की भूमिका हो सकती है अहम
पप्पू यादव लंबे समय से बिहार में अपनी अलग पहचान रखते हैं। जनता के बीच उनकी सीधी पहुंच है और खासकर कोसी और सीमांचल क्षेत्र में उनका अच्छा जनाधार है। अगर वे कांग्रेस के साथ किसी राजनीतिक गठबंधन में आते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए न सिर्फ ज़मीनी मजबूती देगा बल्कि भाजपा और जदयू को सीधी चुनौती देने का काम करेगा. पप्पू यादव की इन बैठकों के बाद सोशल मीडिया पर भी हलचल तेज हो गई है.
सूत्रों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में पप्पू यादव और कांग्रेस के बीच औपचारिक गठबंधन की घोषणा भी हो सकती है। इसके साथ ही यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे कांग्रेस में शामिल होंगे या किसी नए मोर्चे का नेतृत्व करेंगे।
पप्पू यादव की कांग्रेस नेताओं से हालिया मुलाकातें बिहार की राजनीति में संभावित बदलाव का संकेत हैं। आने वाले समय में ये समीकरण कितने कारगर सिद्ध होते हैं, यह तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे, लेकिन अभी से ही यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार की सियासत एक नए मोड़ पर आ चुकी है।