दिल्ली के कॉनॉट प्लेस में नए Jharkhand Bhawan का उद्घाटन

नई दिल्ली – झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के कॉनॉट प्लेस में स्थित नए Jharkhand Bhawan का उद्घाटन किया, जो राजधानी में राज्य के प्रतिनिधित्व के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

ब्रिटिश काल से दिल्ली के दिल के रूप में जाने जाने वाले कॉनॉट प्लेस में अब झारखंड सरकार का नया भवन है।

इससे पहले, झारखंड का कार्यालय वसंत विहार में था, लेकिन इस नए स्थान से राज्य की दृश्यता और पहुंच में वृद्धि होने की उम्मीद है।

झारखंड के भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्मित, यह भवन बंगला साहिब रोड पर रणनीतिक रूप से स्थित है, जो प्रमुख परिवहन केंद्रों और स्वास्थ्य सुविधाओं तक आसान पहुंच प्रदान करता है।

इस परियोजना की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने की थी, जिन्होंने न केवल आधारशिला रखी बल्कि भूमि अधिग्रहण की देखरेख भी की।

हालांकि, भवन का उद्घाटन करने का सम्मान सीएम हेमंत सोरेन को दिया गया।

समारोह में, सीएम सोरेन ने इस परियोजना के पूरा होने पर गर्व व्यक्त किया, जिसका लंबे समय से इंतजार था।

उन्होंने भवन की आधुनिक सुविधाओं पर प्रकाश डाला, जिसमें जिम, डाइनिंग हॉल, कॉन्फ्रेंस हॉल और पार्किंग की सुविधा शामिल है।

उन्होंने वर्षा जल संचयन और ऊर्जा दक्षता उपायों जैसी उन्नत तकनीकों के उपयोग पर भी ध्यान दिया।

सोरेन ने कहा, “कॉनॉट प्लेस में इस भवन का स्थान न केवल पहुंच में सुधार करेगा, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी में झारखंड की पहलों को भी दर्शाएगा।”

Jharkhand Bhawan: गणमान्य व्यक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रम

उद्घाटन समारोह में मंत्री रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता, हफीजुल हसन, रामदास सोरेन, दीपिका पांडे, मिथिलेश कुमार ठाकुर, इरफान अंसारी, बेबी देवी और दीपक बिरुआ सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

विधायक कल्पना सोरेन और उमाशंकर अकेला के साथ-साथ सांसद कालीचरण मुंडा और महुआ माजी भी मौजूद थे।

इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, पूर्व राज्यसभा सदस्य धीरज साहू और मुख्य सचिव एल. खियांगते तथा प्रधान सचिव प्रवीण कुमार टोप्पो और सुनील कुमार जैसे प्रमुख सरकारी अधिकारी भी शामिल हुए।

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इस कार्यक्रम में झारखंड की समृद्ध आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले जीवंत प्रदर्शन भी शामिल थे, जिसमें उरांव, मुंडा, हो और संथाली समुदायों के नृत्य शामिल थे।

इन प्रदर्शनों ने दर्शकों का मन मोह लिया और समारोह में सांस्कृतिक छटा बिखेर दी।

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