Rahul Gandhi के ‘सिख’ समुदाय पर दिए गए बयान को लेकर देशभर में विवाद खड़ा हो गया है। इस विवाद के चलते दिल्ली में सोनिया गांधी के घर के बाहर बीजेपी समर्थित सिख प्रकोष्ठ ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया।
दिल्ली में सोनिया गांधी के घर के बाहर सिख प्रकोष्ठ का प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने जनपथ रोड पर पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की और राहुल गांधी से माफी की मांग की। उनका आरोप है कि राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे के दौरान धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर दिए गए बयान में सिख समुदाय के भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर दिए बयान से सिखों की भावनाएं आहत
राहुल गांधी ने अपने अमेरिकी दौरे के दौरान कहा था कि भारत में उन ताकतों के बीच लड़ाई चल रही है, जो देश की बहुलवादी संस्कृति को मान्यता नहीं देतीं। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था, “क्या एक सिख को पगड़ी या कड़ा पहनने की अनुमति है? क्या वह गुरुद्वारा जा सकता है?” उनके इस बयान को बीजेपी ने तुरंत निशाने पर लिया और उन पर देश में धार्मिक विभाजन का खतरनाक नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया।
बीजेपी ने Rahul Gandhi पर धार्मिक विभाजन का आरोप लगाया
बीजेपी के नेता राहुल गांधी की टिप्पणियों को भारत विरोधी बताते हुए कांग्रेस पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि राहुल गांधी जानबूझकर विदेश में जाकर भारत की छवि को खराब कर रहे हैं। सिख प्रदर्शनकारियों ने भी इस बात पर जोर दिया कि वे कांग्रेस शासन के मुकाबले बीजेपी सरकार के समय में अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने राहुल गांधी से उनके बयान के लिए माफी मांगने की मांग की।
राहुल गांधी ने अपने बयान में यह भी कहा था कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच की लड़ाई वैचारिक है, जो सभी धर्मों की स्वतंत्रता और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए है। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे यह नहीं समझते कि भारत केवल एक धर्म के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।
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राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी जारी है।