Patna: Tejashwi Yadav ने हाल ही में जी न्यूज को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बिहार की शराबबंदी पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए।
शराबबंदी सुपर फ्लॉप: अवैध शराब और ड्रग्स का बढ़ता कारोबार- Tejashwi Yadav
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने नीतीश कुमार की नीतियों, जातीय जनगणना, आरक्षण, और भाजपा की राजनीति पर खुलकर बात की। शराबबंदी के सवाल पर, तेजस्वी यादव ने सीधे तौर पर इसे हटाने का समर्थन नहीं किया, लेकिन उन्होंने शराबबंदी की नाकामी और उसके दुष्प्रभावों को लेकर गंभीर सवाल उठाए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में शराबबंदी लागू होने के बावजूद नशे का कारोबार फल-फूल रहा है और अपराध का ग्राफ भी बढ़ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस शराब की अवैध वसूली में लगी हुई है, जिससे कानून-व्यवस्था और बिगड़ गई है। तेजस्वी ने इस बात पर जोर दिया कि नशा से मुक्ति आवश्यक है, लेकिन शराबबंदी के वर्तमान स्वरूप ने अपराधियों और ड्रग्स कारोबार को बढ़ावा दिया है।
पुलिस पर सवाल: शराब पर केंद्रित होकर अन्य अपराध नजरअंदाज- Tejashwi Yadav
उन्होंने कहा, “शराबबंदी सुपर डुपर फ्लॉप हो चुकी है। बिहार में अब ड्रग्स का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है।” तेजस्वी यादव ने शराबबंदी के कार्यान्वयन पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में शराब की होम डिलीवरी तक हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी के मुद्दे पर हां या ना में जवाब देना संभव नहीं है, बल्कि इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
उन्होंने शराबबंदी की समीक्षा की मांग करते हुए कहा कि नशामुक्ति अभियान को और अधिक सशक्त करने की जरूरत है। उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि पुलिस का पूरा सिस्टम शराब पर केंद्रित हो गया है, जिससे दूसरे अपराधों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उनके अनुसार, बिहार में नशामुक्ति के नाम पर जो हो रहा है, वह मूल मकसद से भटक चुका है।
तेजस्वी यादव के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह शराबबंदी के खिलाफ खुलकर बोलने से बच रहे हैं, लेकिन इसके कार्यान्वयन में खामियों और उससे पैदा हो रही समस्याओं को लेकर वह सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि नशा मुक्त बिहार का सपना तभी साकार होगा, जब नीतियों पर गंभीरता से विचार किया जाए और उन पर सही तरीके से अमल हो।