दिल्ली के CM Arvind Kejriwal ने हाल ही में एक चौंकाने वाला ऐलान किया है कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं।
चुनाव आयोग से दिल्ली में नवंबर 2024 में विधानसभा चुनाव कराने की मांग: Arvind Kejriwal
उन्होंने यह निर्णय तब लिया है जब वह जेल से जमानत पर रिहा हुए हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह जनता के फैसले का सम्मान करेंगे और चुनाव के बाद ही दोबारा मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग से दिल्ली में नवंबर 2024 में विधानसभा चुनाव कराने की मांग की है, जबकि चुनाव अगले साल फरवरी में होने वाले हैं।
केजरीवाल का कहना है कि जनता को अब यह फैसला करना है कि वह ईमानदार हैं या गुनहगार। उन्होंने अपनी अपील में कहा है कि अगर जनता उन्हें ईमानदार मानती है, तो उन्हें समर्थन दें, अन्यथा वोट न दें।
भाजपा ने Arvind Kejriwal के इस ऐलान को एक “पीआर स्टंट” करार दिया है
वहीं, भाजपा ने अरविंद केजरीवाल के इस ऐलान को एक “पीआर स्टंट” करार दिया है। भाजपा का कहना है कि केजरीवाल के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह न तो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ सकते हैं और न ही किसी फाइल पर साइन कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्डा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केजरीवाल बेगुनाह साबित होंगे और जनता उनके साथ है।
आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री का चयन होगा
इस बीच, केजरीवाल ने स्पष्ट किया है कि आम आदमी पार्टी का ही कोई अन्य सदस्य नया मुख्यमंत्री बनेगा, लेकिन मनीष सिसोदिया इस पद के दावेदार नहीं होंगे। आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री का चयन होगा। भाजपा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, हालांकि इस पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इस राजनीतिक घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कौन दिल्ली की बागडोर संभालेगा। जनता केजरीवाल के इस फैसले को किस नजरिए से देखती है, यह चुनाव परिणामों से ही स्पष्ट होगा।