PM Modi 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे, जहां वह क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) शिखर सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेंगे। इस बार क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका कर रहा है, जबकि इस वर्ष इसकी मेजबानी भारत को करनी थी। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अनुरोध पर भारत ने इसे अगले वर्ष के लिए स्थगित कर दिया।
PM Modi News: क्वाड शिखर सम्मेलन: क्यों हो रहा अमेरिका में?
क्वाड, जो भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच एक रणनीतिक संगठन है, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए काम करता है। इस वर्ष यह सम्मेलन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के गृह नगर विलमिंगटन, डेलावेयर में हो रहा है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संचार निदेशक, जॉन किर्बी ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन अपने गृहनगर में क्वाड नेताओं का स्वागत कर रहे हैं क्योंकि यह स्थान उनके जीवन और राजनीति में विशेष भूमिका निभाता है।
किर्बी ने कहा, “बाइडन क्वाड के नेताओं को उस समुदाय से मिलवाने के लिए उत्साहित हैं, जिसने एक लोक सेवक और नेता के रूप में उनकी छवि को आकार दिया है। यह दिखाता है कि राजनीति की तरह विदेश नीति भी व्यक्तिगत होती है।” यह बाइडन का अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान क्वाड नेताओं के साथ अंतिम शिखर सम्मेलन हो सकता है, क्योंकि वह आगामी राष्ट्रपति चुनावों में नहीं उतर रहे हैं।
क्वाड की बढ़ती प्रासंगिकता
जॉन किर्बी ने इस शिखर सम्मेलन की महत्वता को रेखांकित करते हुए कहा कि चार देशों का यह समूह पहले से कहीं अधिक रणनीतिक रूप से एकजुट हो गया है। उन्होंने कहा, “यह शिखर सम्मेलन दर्शाएगा कि क्वाड अब अधिक प्रासंगिक हो चुका है। पिछले तीन वर्षों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के गठबंधन सहयोगियों और साझेदारों को मजबूत करने के लिए बाइडन ने विशेष निवेश किया है।”
द्विपक्षीय और समूह चर्चा
शिखर सम्मेलन के दौरान, बाइडन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करेंगे। इसके बाद सभी नेता एक पूर्ण सत्र में भाग लेंगे, जहां क्षेत्रीय सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारत की मेजबानी स्थगित क्यों हुई?
भारत को इस साल क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करनी थी, लेकिन अमेरिका के अनुरोध पर इसे अगले वर्ष के लिए स्थगित कर दिया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि वैश्विक राजनीति में सामरिक धारणाएं और मित्र देशों के बीच सहयोग किस तरह काम करता है। अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच इस सहयोग से न केवल हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर इन देशों की साझेदारी को और मजबूती मिलेगी।
निष्कर्ष
अमेरिका में होने वाला यह क्वाड शिखर सम्मेलन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता और विकास के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से भारत और अमेरिका के साथ-साथ अन्य क्वाड देशों के बीच द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंध और अधिक मजबूत होने की उम्मीद है।