Aurangabad: राष्ट्रीय लोक मोर्चा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद एवं काराकाट सीट पर एनडीए के प्रत्याशियों की हुई हार पर बड़ा खुलासा किया। राज्य सभा सांसद ने कहा कि औरंगाबाद और काराकाट में कोई कुशवाहा कार्ड नहीं चला है। यहां के उम्मीदवार अपने वोट की बदौलत नहीं बल्कि एनडीए को एनडीए के द्वारा हराए जाने के कारण जीते हैं। विपक्ष जीत की गलतफहमी में न रहे। एनडीए इसी उद्देश्य को लेकर काम कर रहा है और आने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें करारी शिकस्त मिलने वाली है। इस बार 2025 के विधान सभा चुनाव में एनडीए बहुमत का आंकड़ा पार कर बिहार में सरकार बनाएगी।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मगध-शाहाबाद के इलाके में लोकसभा चुनाव में विपरीत परिणाम आने पर भले ही राजद के लोग खुश हो रहे है लेकिन उनकी खुशी विधानसभा चुनाव में गम में तब्दील हो जाएंगी। वें औंधे मुंह गिरेंगे। वें लोकसभा चुनाव में मिली छोटी सी सफलता की खुशफहमी में आभार यात्रा क्या जितनी तरह की भी यात्रा निकाल ले, लेकिन जनता विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने वाली है। मगध-शाहाबाद में हुई एनडीए की हार से राजद को खुश होने की जरूरत नही है। उनको जनता ने नही जिताया है बल्कि एनडीए को एनडीए द्वारा हराए जाने से वें जीते है। उनकी खुशी विधानसभा चुनाव में काफूर होने जा रही है।
आपको बता दे की 2024 के लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा ने काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उनकी जीत तय मानी जा रही थी लेकिन भोजपुरी के पावरस्टार पवन सिंह ने निर्दलीय मैदान में उतरकर उनका खेल खराब कर दिया। हालांकि पवन सिंह भी नहीं जीते थे। ऐसे में इस सीट से विपक्ष को फायदा हो गया और राजा राम सिंह जीत गए थे। वहीं औरंगाबाद से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़े अभय कुशवाहा को जीत मिली थी।
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