Jharkhand Maiya Samman Yojana, सैकड़ों महिलाओं को नहीं मिला लाभ

झारखंड सरकार की ओर से महिलाओं के लिए शुरू की गई Mukhyamantri Maiya Samman Yojanaना का लाभ कुछ लाभार्थियों तक नहीं पहुंच पा रहा है।

इस योजना के तहत हजारों महिलाओं और युवतियों ने आवेदन किया है, जिनमें से कई को लाभ मिल चुका है, लेकिन सैकड़ों ऐसी महिलाएं और युवतियां हैं जिन्हें अभी तक योजना की किस्त नहीं मिली है।

इन महिलाओं का कहना है कि उनके साथ आवेदन करने वाले अन्य लाभार्थियों को पहली और दूसरी किस्त की राशि मिल चुकी है, लेकिन उन्हें अब तक कुछ नहीं मिला। इस वजह से वे बेहद चिंतित हैं और यह समझने में असमर्थ हैं कि उनकी किस्त क्यों रुकी हुई है।

Jharkhand Maiya Samman Yojana: समस्याओं का समाधान बताने वाला कोई नहीं

सबसे बड़ी समस्या यह है कि उन्हें उनकी समस्याओं का समाधान बताने वाला कोई नहीं है। ऐसी महिलाएं और युवतियां चाहती हैं कि सरकार या संबंधित विभाग उन्हें यह जानकारी दे कि उनके आवेदन में क्या कमी है, या किस कारण से उन्हें भुगतान नहीं मिल रहा है। इससे वे उन त्रुटियों को सुधारकर योजना का लाभ उठा सकेंगी।

Maiya Samman Yojana: सरकार इस समस्या का समाधान निकाले

इन सैकड़ों शिकायतों के बावजूद अब तक स्पष्ट जवाब या सुधार की प्रक्रिया का कोई निर्देश नहीं दिया गया है, जिससे महिलाएं निराश हो रही हैं। वे चाहती हैं कि सरकार इस समस्या का समाधान निकाले और सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ मिल सके।

Maiya Samman Yojana: नए आवेदनों में से 991 अभी पेंडिंग हैं

झारखंड के डाड़ी प्रखंड से मुख्यमंत्री माईयां सम्मान योजना के तहत अब तक 10,191 आवेदन सत्यापित कर भेजे जा चुके हैं। हालांकि, प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में अभी भी 991 आवेदन पेंडिंग हैं। प्रखंड के कम्प्यूटर ऑपरेटर अभिषेक पन्ना ने जानकारी दी कि जो भी आवेदन प्रखंड में आते हैं, उन्हें सत्यापित कर आगे भेज दिया जाता है, लेकिन आवेदक महिलाओं को भुगतान क्यों नहीं मिला, इस पर वे कुछ कहने में असमर्थ हैं। उन्होंने बताया कि नए आवेदनों में से 991 अभी पेंडिंग हैं।

कई मामलों में बैंक के आईएफएससी कोड में समस्या है

डाड़ी के सीओ सह बीडीओ कमलकांत वर्मा ने इस मामले में बताया कि कई मामलों में बैंक के आईएफएससी कोड में समस्या है, जबकि कुछ आवेदनों में त्रुटियां हैं, जिसकी वजह से महिलाओं को पहली या दूसरी किस्त का पैसा नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाएं प्रखंड के कम्प्यूटर ऑपरेटर या पंचायत सेवक से संपर्क कर सकती हैं, ताकि वे जान सकें कि उनके आवेदन में क्या समस्याएं हैं और उन्हें कैसे सुधारा जा सकता है।

यह समस्या उन महिलाओं के लिए चिंता का विषय है, जो अपने आवेदन के सत्यापन और पैसा मिलने की उम्मीद में थीं, लेकिन तकनीकी त्रुटियों और आवेदनों में गलती के कारण उनका पैसा अटक गया है। अब जरूरी है कि वे इस प्रक्रिया को समझें और अपने आवेदन में सुधार करवाएं ताकि उन्हें योजना का पूरा लाभ मिल सके।

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