Bihar News: पटना के गांधी मैदान में दशहरे के अवसर पर रावण दहन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ से तीर-धनुष का गिरना राजनीतिक चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गया है।
आरजेडी और विपक्षी दलों ने इसे जेडीयू के चुनाव चिन्ह “तीर” से जोड़ते हुए नीतीश कुमार की आलोचना की है। आरजेडी ने आरोप लगाया कि नीतीश अब अपने चुनाव चिन्ह से “हाथ धो” रहे हैं और पार्टी का बीजेपी में विलय करने की तैयारी में हैं।
Bihar News: जेडीयू का बचाव: “आकस्मिक घटना, बेवजह तूल न दिया जाए”
जेडीयू ने इस घटना को महज एक संयोग करार दिया है, और कहा कि इसे राजनीतिक रंग देना अनुचित है। पार्टी के अनुसार, नीतीश कुमार के हर कदम पर चर्चा होना स्वाभाविक है, लेकिन इस घटना का कोई राजनीतिक या धार्मिक महत्व नहीं है।
नीतीश कुमार की सेहत और नेतृत्व पर उठ रहे सवाल
नीतीश कुमार की बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य पर विपक्ष पहले से सवाल उठा रहा है। तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर ने पहले ही इस मुद्दे को उठाते हुए कहा है कि नीतीश कुमार के बाद जेडीयू के नेतृत्व का भविष्य अस्थिर है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय: “जेडीयू के भविष्य पर अनिश्चितता की छाया”
नीतीश कुमार के हाथ से तीर-धनुष गिरने की घटना को विरोधी दल जेडीयू के भविष्य और पार्टी में दूसरे पंक्ति के नेतृत्व की कमी से जोड़कर देख रहे हैं, जिससे जेडीयू की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा और तेज हो गई है।