Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि राज्य की सभी 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी।
इस बार का चुनाव राज्य की राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि कई नई चुनौतियों और गठबंधन के समीकरणों के बीच यह लड़ाई होगी।
Maharashtra Chunav: महायुति के सामने सरकार रिपीट करने की चुनौती
मौजूदा सरकार का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है। वर्तमान में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महायुति सरकार है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं। महायुति के सामने इस बार सबसे बड़ी चुनौती अपनी सरकार को फिर से सत्ता में लाने की होगी।
Maharashtra Chunav: विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) की रणनीति
विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA), जिसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT), शरद पवार की NCP और कांग्रेस शामिल हैं, का दावा है कि राज्य में सत्ता-विरोधी लहर (एंटी-इनकंबेंसी) का माहौल है। एमवीए के लिए यह चुनाव सत्ता में वापसी का एक मौका है। पिछले 5 वर्षों में एनसीपी और शिवसेना में बगावत से गठबंधन को जो झटके लगे, एमवीए इस चुनाव के जरिए उन पर मरहम लगाने का प्रयास करेगा।
Maharashtra Chunav: 145 सीटों का जादुई आंकड़ा
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं और किसी भी दल या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जरूरत होगी। चुनाव के नतीजे यह तय करेंगे कि कौन इस जादुई आंकड़े को पार कर सत्ता की कुर्सी पर बैठेगा।
पिछले 5 वर्षों में बदले समीकरण
2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना, भाजपा के गठबंधन का हिस्सा थी, जबकि एनसीपी और कांग्रेस एक साथ थे। लेकिन इस बार के चुनाव में समीकरण पूरी तरह बदल चुके हैं। अब शिवसेना की कमान उद्धव ठाकरे के बजाय एकनाथ शिंदे के हाथ में है, जो महायुति का हिस्सा हैं। वहीं, एनसीपी भी दो हिस्सों में बंट चुकी है—अजित पवार महायुति में हैं, जबकि शरद पवार महा विकास अघाड़ी के साथ।
इस चुनाव में पहली बार कई नेता नए नाम और चुनाव चिह्न के साथ मैदान में उतरेंगे, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में नई दिशा तय होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने यह भी बताया है कि इस बार महिला बूथ बनाए जाएंगे और राज्य के 9.63 करोड़ मतदाताओं के लिए कुल 1,186 पोलिंग बूथों की व्यवस्था की जाएगी।
महाराष्ट्र के सियासी समीकरणों और नए गठबंधन के बीच यह चुनाव किसके पक्ष में जाएगा, यह 23 नवंबर को साफ हो जाएगा।