Dumka विधानसभा सीट झारखंड की वीवीआईपी सीटों में से एक है और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। इसे जेएमएम का मजबूत गढ़ माना जाता है, लेकिन 2014 में बीजेपी ने यहां जीत दर्ज कर जेएमएम के प्रभुत्व को तोड़ा था।
हेमंत सोरेन की दो हार और स्टीफन मरांडी का दबदबा
हेमंत सोरेन को इस सीट पर दो बार हार का सामना करना पड़ा है—2005 में निर्दलीय स्टीफन मरांडी से और 2014 में बीजेपी की लुईस मरांडी से। स्टीफन मरांडी इस सीट से छह बार विधायक चुने गए हैं, जबकि हेमंत सोरेन 2019 में वापस लौटे और दुमका के साथ बरहेट सीट से भी चुनाव जीते।
2024 चुनाव की तैयारी: बीजेपी का मुकाबला
इस बार बीजेपी ने पूर्व सांसद सुनील सोरेन को दुमका से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, बीजेपी की वरिष्ठ नेता लुईस मरांडी के जेएमएम में शामिल होने की चर्चा है, जिससे बीजेपी को झटका लग सकता है।