बिहार उपचुनाव में बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों पर हो रहे मुकाबले को लेकर जन सुराज पार्टी के सूत्रधार Prashant Kishor ने अपने प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान बड़ा बयान दिया है।
बेलागंज और इमामगंज से जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों का नामांकन
बेलागंज से मो. अमजद और इमामगंज से डॉ. जितेंद्र पासवान ने जन सुराज पार्टी की तरफ से अपने नामांकन पर्चे दाखिल किए। इस मौके पर प्रशांत किशोर और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती भी मौजूद थे।
चुनावी रणनीति पर प्रशांत किशोर का बयान
प्रत्याशी बदले जाने के सवाल पर प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि यह उनकी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर को देशभर में एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है, और परिणाम के दिन मेरी रणनीति का असर साफ दिखेगा। यह कोई कंफ्यूजन नहीं है, बल्कि हमारे चुनाव लड़ने का तरीका है।”
Prashant Kishor की पश्चिम बंगाल चुनाव की याद दिलाने वाली टिप्पणी
प्रशांत किशोर ने यह भी याद दिलाया कि पश्चिम बंगाल चुनाव में उन्होंने कहा था कि मोदी जी लोकप्रिय हैं और भाजपा को 40% वोट मिल रहा है, लेकिन फिर भी भाजपा को 100 सीटों के नीचे हराने की बात कही थी। अंततः परिणाम उनकी रणनीति के अनुसार ही आए थे।
PK ने कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव लड़ने का तरीका अलग है, और उनके प्रत्याशी बाकी पार्टियों के प्रत्याशियों से अलग और बेहतर हैं। उन्होंने जन सुराज पार्टी की अनूठी रणनीति का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव के दिन जनता को इस अंतर का स्पष्ट रूप से एहसास होगा। बेलागंज और इमामगंज की ये सीटें हाई प्रोफाइल मानी जा रही हैं, क्योंकि इन पर दिग्गज नेताओं के परिवार के सदस्य चुनावी मैदान में हैं।
प्रशांत किशोर ने बिहार के बेलागंज और इमामगंज में अपनी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “पिछले ढाई सालों में 5,000 से ज्यादा गांवों में पैदल यात्रा करते हुए लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को नजदीक से देखा। जन जागरण का यह परिणाम जन सुराज के रूप में सामने आया है, जिसका पहला चुनावी अभियान बेलागंज और इमामगंज से शुरू हो रहा है।”
“राजनीतिक जमींदारों” से बिहार को आजाद कराने का अभियान
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि इन क्षेत्रों में लंबे समय से “राजनीतिक जमींदार” काबिज हैं और उनका अभियान इन क्षेत्रों को इन नेताओं से आजाद कराने का है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब बिहार में सिर्फ नेता का बेटा नेता नहीं बनेगा। यदि कोई गरीब का लड़का भी साहस और जज्बा रखता है, तो वही चुनाव जीतने की क्षमता रखता है। यह संदेश एक नई राजनीति की दिशा में संकेत कर रहा है, जहां वंशवाद को चुनौती दी जा रही है और आम जनता को राजनीति में हिस्सेदारी का मौका दिया जा रहा है।
Prashant Kishor का नीतीश और लालू पर सीधा हमला
प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर भी तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि जन सुराज ऐसा विकल्प है जिससे जनता को भाजपा के डर से लालू को या लालू के डर से भाजपा को वोट नहीं देना पड़ेगा। मतदाताओं को अब यह समझना होगा कि यह वोट सिर्फ किसी विधायक के लिए नहीं, बल्कि पूरे बिहार की दिशा तय करने के लिए है।
बिहार की राजनीति में बदलाव का आह्वान
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, “याद रखिए, यही वे व्यक्ति हैं जिन्होंने डेढ़ साल पहले जनता को धोखा देकर महागठबंधन के साथ सरकार बनाई थी। उनकी चिंता सिर्फ अपनी कुर्सी की है, न कि जनता की।” उन्होंने कहा कि बिहार में जो कभी अपराधियों का जंगलराज था, वह वापस नहीं आना चाहिए, और इसके लिए एकमात्र विकल्प जन सुराज पार्टी है।
इस तरह, प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी सत्ता में बदलाव और जनता के हितों को प्राथमिकता देने के लिए मैदान में है, जहां गरीब और आम जनता की आवाज को विशेष स्थान मिलेगा।