Patna: Bihar विधानसभा उपचुनाव में एनडीए को बड़ी सफलता मिली है, जिससे राज्य की राजनीति में उसका दबदबा बढ़ गया है।
चार सीटों पर हुई इस जीत के बाद एनडीए के विधायकों की संख्या 137 हो गई है, जबकि विपक्ष के पास अब 106 विधायक बचे हैं। भाजपा, जदयू, और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के विधायकों की संख्या में इजाफा हुआ है, जबकि राजद और कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा है।
बीजेपी बनी Bihar की सबसे बड़ी पार्टी
रामगढ़ और तारारी सीटों पर जीत के साथ बीजेपी बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। अब भाजपा के पास 80 विधायक हैं। वहीं, बेलागंज सीट पर जदयू की जीत से उसके विधायकों की संख्या 45 हो गई है। इमामगंज सीट पर जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी ने जीत दर्ज की, जिससे “हम” पार्टी के विधायकों की संख्या चार हो गई। यह उपचुनाव एनडीए के लिए राजनीतिक मजबूती का प्रतीक साबित हुआ है।
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राजद और कांग्रेस को बड़ा झटका
राजद और कांग्रेस को इस उपचुनाव में नुकसान झेलना पड़ा है। राजद के चार और कांग्रेस के दो विधायकों के बागी तेवरों के चलते उनकी ताकत घट गई है। राजद के पास अब 73 और कांग्रेस के पास 17 विधायक रह गए हैं। विपक्ष के लिए यह उपचुनाव न केवल सीटों की हानि बल्कि राजनीतिक प्रभाव के लिहाज से भी कठिन साबित हुआ।
Bihar विधानसभा में दलों की स्थिति
243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में बीजेपी के पास 80, राजद के पास 77, जदयू के पास 45, कांग्रेस के पास 19, भाकपा माले के पास 11, “हम” के पास 4, माकपा और भाकपा के पास 2-2, एआईएमआईएम के पास 1, और 2 निर्दलीय विधायक हैं। इस चुनाव ने विधानसभा में एनडीए को स्पष्ट बढ़त दिलाई है, जो आगामी चुनावी रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।