झारखंड के मुख्यमंत्री Hemant Soren ने हाल ही में अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
इस मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम यहां आशीर्वाद लेने आए हैं। आने वाले दिनों में कई और बैठकें होंगी, क्योंकि हमें अपनी सरकार बनानी है।”
दिल्ली में राजनीतिक मुलाकातों का दौर
हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन में भेंट की। इसके अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर पहुंचकर उन्होंने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की। यह दौरा झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन की शानदार जीत के बाद उनकी नई सरकार गठन की दिशा में हो रही राजनीतिक चर्चाओं का हिस्सा है।
झामुमो की जीत और हेमंत सोरेन का नेतृत्व
हाल ही में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 81 सीटों में से 34 सीटों पर जीत हासिल की, जो गठबंधन के लिए बड़ी उपलब्धि है। भाजपा 21 सीटों पर सिमट गई, जबकि अन्य दलों ने मिलकर कुछ सीटों पर कब्जा किया। इस जीत के साथ झामुमो गठबंधन ने झारखंड में अपनी पकड़ को मजबूत किया है।
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कल्पना सोरेन: झामुमो की नई ताकत
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, जो हाल तक सार्वजनिक जीवन से दूर थीं, अब झारखंड मुक्ति मोर्चा का एक महत्वपूर्ण चेहरा बन चुकी हैं। हेमंत सोरेन की जेल यात्रा के दौरान कल्पना ने राजनीति में कदम रखा और झामुमो को मजबूती से संभाला। उनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए हेमंत ने उन्हें स्टार कैंपेनर की उपाधि दी।
विधानसभा चुनावों में झामुमो की सफलता का श्रेय कल्पना सोरेन को दिया गया। उनके नेतृत्व में पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए पांच सीटें जीतीं। कल्पना सोरेन ने “वन मैन आर्मी” की तरह झामुमो को संगठित रखा, जब उनके पति राजनीति से अस्थायी रूप से दूर थे।
हेमंत और कल्पना की जोड़ी: झारखंड की राजनीति में नया मिजाज
हेमंत और कल्पना सोरेन की जोड़ी झारखंड की राजनीति में नई संभावनाओं का संकेत देती है। जहां हेमंत सोरेन का अनुभव झामुमो को मजबूत दिशा देता है, वहीं कल्पना सोरेन का उभरता हुआ नेतृत्व पार्टी को एक नई ऊर्जा और पहचान दे रहा है।
आगे की राह
हेमंत सोरेन ने अपनी मुलाकातों से स्पष्ट संकेत दिया है कि झारखंड में सरकार गठन और विकास की योजनाओं को लेकर उनकी प्राथमिकता साफ है। वहीं, कल्पना सोरेन का बढ़ता कद झामुमो की राजनीति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की संभावना दिखा रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि यह जोड़ी आने वाले समय में झारखंड के विकास और राजनीति में कितनी सफल रहती है।