झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री Hemant Soren ने शपथ ग्रहण से पहले अपने पैतृक गांव नेमरा का दौरा किया।
रामगढ़ जिले में स्थित नेमरा गांव में उन्होंने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ अपने दादा सोबरन सोरेन की 67वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दिन को उन्होंने शहीद दिवस के रूप में मनाया और अपने परिवार व गांववालों के साथ इस ऐतिहासिक पल को साझा किया।
‘अबुआ सरकार’ की नई पारी का वादा: Hemant Soren
हेमंत सोरेन ने कहा, “गुरुवार से अबुआ सरकार (हमारी सरकार) की नई पारी शुरू होगी।” उन्होंने अपने समर्थकों और झारखंड की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्थन के बिना यह संभव नहीं था। सोरेन ने अपने गांव के लोगों को रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भी दिया।
यह भी पढ़े: इनामी माओवादी कमांडर Chhotu Kharwar की गोलीमार कर हत्या
Hemant Soren News: दादा को दी श्रद्धांजलि, लिया प्रेरणा का संकल्प
सोबरन सोरेन की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, “मैं हर साल इस दिन अपने दादा को श्रद्धांजलि देने यहां आता हूं। यह मेरे लिए प्रेरणा का दिन है। उनकी संघर्ष गाथा और बलिदान मुझे झारखंड के लोगों के लिए काम करने की नई ऊर्जा देता है।”
समारोह में शामिल होने का न्योता
हेमंत सोरेन ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में शामिल होकर इसे यादगार बनाएं। उन्होंने कहा, “यह आपकी सरकार है। आपने जो विश्वास दिखाया है, उसे मैं पूरी ईमानदारी से निभाने का प्रयास करूंगा। गुरुवार को एक नई शुरुआत होगी, जो झारखंड के विकास और जनता की भलाई को समर्पित होगी।”
गांव में जश्न का माहौल
हेमंत सोरेन के गांव पहुंचने पर स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल था। उन्होंने अपने नेता का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके साथ अपनी भावनाएं साझा कीं। गांववालों का कहना है कि हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने से झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में नए अवसर और विकास के रास्ते खुलेंगे।
हेमंत सोरेन का यह कदम न केवल उनकी जड़ों से जुड़ाव को दर्शाता है, बल्कि झारखंड की जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। ‘अबुआ सरकार’ के वादे के साथ, राज्य एक नई दिशा में आगे बढ़ने के लिए तैयार है।