पटना। बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को ‘Voter Adhikar Yatra’ का समापन हो रहा है। इस मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के केंद्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव के साथ मौजूद रहेंगे। यह आयोजन विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की एकजुटता का बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।
Voter Adhikar Yatra: ‘इंडिया’ गठबंधन की एकजुटता का संदेश
झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन इंडिया गठबंधन के एक मजबूत स्तंभ हैं। उनकी पटना में मौजूदगी से यह संदेश जाएगा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई में सभी दल पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं। पांडेय ने कहा कि ‘वोटर अधिकार यात्रा’ ने बीजेपी और एनडीए की नींद उड़ा दी है।
Voter Adhikar Yatra: ‘SIR’ पर बीजेपी और चुनाव आयोग को घेरा
विनोद पांडेय ने ‘स्पेशल इंटेंसिव रिविजन’ (SIR) प्रक्रिया को ‘बीजेपी और चुनाव आयोग की संयुक्त साजिश’ करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य गरीब, पिछड़े, अल्पसंख्यक, दलित और मजदूर वर्ग को वोट के अधिकार से वंचित करना है। उन्होंने कहा कि मतदाता अब जागरूक हो चुके हैं और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में इसका जवाब देंगे।
झारखंड में भी उठा था मुद्दा
पांडेय ने बताया कि झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो गठबंधन ने पहले ही विधानसभा से ‘SIR’ के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित कर अपना संदेश जन-जन तक पहुंचा दिया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसे लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया था।
यह रिपोर्ट पटना में होने वाले राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी प्रमुख बातों को सारांशित करती है।