उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) से किसानों का ‘Delhi chalo‘ मार्च शुरू हो गया है। सड़क पर किसानों के उतरने के बाद शहर में स्थिति विकराल हो गई है। बड़ी संख्या में ट्रैक्टर से दलित प्रेरणा स्थल पर पहुंचे किसानों ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुआवजा वृद्धि और अन्य मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच दलित प्रेरणा स्थल पर जुटे किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत भी हुई है। बताया जा रहा है कि पुलिस किसानों को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। जिसपर गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने दलित प्रेरणा स्थल पर लगाई गई पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी आगे की तरफ बढ़ गए।
वहीं, किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को दिल्ली एंट्री पॉइंट्स पर तैनात किया गया है। इससे पहले सुबह से ही शहर पूरी तरह जाम हो गया था। दरअसल किसानों के दिल्ली कूच से पहले बॉर्डर पर भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। गाड़ियों की जांच के बाद ही दिल्ली सीमा में प्रवेश की इजाजत दी गई थी। जिस कारण ऑफिस ऑवर शुरू होते ही दिल्ली बॉर्डर से जुड़ी सड़कों पर जाम जैसी स्थिति बन गई।
बार्डर और आसपास के इलाकों सहित नोएडा के सभी प्रमुख सड़कों पर तैनात पुलिस जवानों और आगे बढ़ते किसान कई जगहों पर आमने-सामने आते दिखे। पुलिस ने कई जगहों पर किसान नेताओं को हिरासत में भी लिया है। इस बीच नोएडा से दिल्ली की तरफ बढ़ते किसान कंटेनर पर चढ़कर प्रदर्शन करते दिखे।
बता दें कि किसान 10 फीसदी आबादी भूखंड, 64.7 फीसदी अधिक मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के सभी लाभ दिए जाने की मांग कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि 10 प्रतिशत आबादी प्लॉट का निर्धारण किया जाए। किसानों की मांग है कि नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार बाजार दर का चार गुना मुआवजा दिया जाए। 20 फीसदी प्लॉट दिए जाने, भूमिधर, भूमिहीन किसानों के सभी बच्चों को रोजगार और पुनर्वास के सभी लाभ दिए जाने की भी मांग की जा रही है।
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