झारखंड के सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेतृत्व को लेकर चल रहे राजनीतिक घमासान पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। झामुमो ने बिना किसी का नाम लिए सुझाव दिया है कि गठबंधन की कमान किसी परिपक्व और अनुभवी नेता को सौंपी जानी चाहिए।
सार्वजनिक मंच पर न हो चर्चा: JMM
झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इस मुद्दे पर सार्वजनिक मंच के बजाय सभी घटक दलों को एक उचित मंच पर चर्चा करनी चाहिए। झामुमो का यह बयान ऐसे समय आया है, जब I.N.D.I.A गठबंधन के नेतृत्व को लेकर कई दलों के बीच विवाद गहराता जा रहा है।
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कांग्रेस नेतृत्व पर उठे सवाल
गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका और नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ दलों का मानना है कि कांग्रेस को प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए, जबकि अन्य दल अलग-अलग नेताओं का समर्थन कर रहे हैं।
ममता बनर्जी के नेतृत्व की मांग
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और एनसीपी प्रमुख शरद पवार जैसे नेताओं ने ममता बनर्जी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गठबंधन का नेतृत्व सौंपा जाना चाहिए।
मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर मतभेद
आईएनडीआईए गठबंधन का उद्देश्य केंद्र की मोदी सरकार को घेरना है, लेकिन हाल के दिनों में विपक्षी दलों के बीच रणनीति और नेतृत्व को लेकर गंभीर मतभेद उभरे हैं।
JMM की भूमिका अहम
झामुमो का यह रुख महत्वपूर्ण है क्योंकि झारखंड में यह दल गठबंधन का एक मजबूत घटक है। झामुमो ने स्पष्ट कर दिया है कि नेतृत्व का फैसला अनुभव और परिपक्वता के आधार पर होना चाहिए, न कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के तहत। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि झामुमो का यह बयान गठबंधन में संतुलन साधने की कोशिश है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि I.N.D.I.A के बाकी घटक दल इस पर क्या रुख अपनाते हैं।