गुरुवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal के घर के बाहर एक खास दृश्य देखने को मिला।
बड़ी संख्या में इमाम वहां जमा हुए, जो अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर Arvind Kejriwal से मुलाकात करना चाहते थे।
इमामों का कहना है कि दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली मानदेय राशि में नियमितता की कमी है, जिससे उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने सरकार से मस्जिदों और मदरसों के लिए अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी मांग की।
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इमामों ने इस मुद्दे पर जल्द समाधान की उम्मीद जताते हुए कहा कि यदि उनकी समस्याओं का निवारण नहीं हुआ तो वे अपनी आवाज को और ऊंचा करेंगे। उन्होंने केजरीवाल सरकार से वादे पूरे करने की अपील की और कहा कि वे किसी राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित नहीं, बल्कि अपने समुदाय के अधिकारों के लिए खड़े हुए हैं।
हालांकि, अरविंद केजरीवाल ने इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। अब यह देखना होगा कि दिल्ली सरकार इमामों की इन मांगों पर क्या रुख अपनाती है और समाधान के लिए कौन से कदम उठाती है। इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।