Bihar में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। शिक्षक की नौकरी पाने के लिए उम्मीदवारों ने नियमों को ताक पर रखकर बड़े पैमाने पर हेरफेर किया।
इस मामले में 14 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि 24 अन्य पहले ही जांच के दायरे में आ चुके हैं।
Bihar News: क्या है पूरा मामला?
शिक्षकों की नियुक्ति के दौरान दस्तावेज़ों और प्रमाणपत्रों में छेड़छाड़ की गई थी। जांच के दौरान यह सामने आया कि कुछ लोगों ने फर्जी प्रमाणपत्रों का सहारा लेकर नौकरी हासिल की थी। संबंधित अधिकारियों ने जब दस्तावेज़ों का सत्यापन किया, तो यह गड़बड़ी उजागर हुई।
जांच की वर्तमान स्थिति
सरकार ने इस घोटाले को गंभीरता से लिया है और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जिन 14 शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज की गई है, उनकी सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। इस मामले में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है।
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Bihar News: पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब बिहार में शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ है। पहले भी 24 शिक्षकों को इस तरह के मामले में दोषी पाया गया था। इस घटना ने एक बार फिर राज्य की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार का रुख
मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही गई है। शिक्षा जगत से जुड़े इस फर्जीवाड़े ने न केवल सरकारी प्रणाली की खामियों को उजागर किया है, बल्कि योग्य उम्मीदवारों के अधिकारों को भी चोट पहुंचाई है। अब देखना होगा कि सरकार इस समस्या का समाधान कैसे करती है।