Ranchi News: झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद Nishikant Dubey अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि उनके पिता कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े थे, जबकि उन्होंने खुद आरएसएस (RSS) और भाजपा को चुना। एक इंटरव्यू में दुबे ने इस पूरे सफर के बारे में खुलकर बात की।
परिवार में अलग-अलग विचारधारा: Nishikant Dubey
निशिकांत दुबे ने बताया कि उनके पिता लेफ्ट विचारधारा के थे, क्योंकि वे जिस इलाके (भागलपुर) से आते थे, वहां कम्युनिस्टों का दबदबा था। दुबे ने मजाकिया अंदाज में कहा, “कम्युनिस्ट पार्टी में रहोगे तो जमीन बची रहेगी।” वहीं, उनके मामा का परिवार पूरी तरह से आरएसएस से जुड़ा था। उन्होंने कहा कि घर में कभी भी विचारधारा को लेकर कोई बहस नहीं होती थी।
आरएसएस और भाजपा में जाने की वजह
निशिकांत दुबे का जन्म देवघर में हुआ, जहां उनके मामा प्रोफेसर थे और आपातकाल के दौरान जेल भी गए थे। मामा के परिवार और कांग्रेस के खिलाफ काम करने की सोच ने उन्हें आरएसएस में जाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शाखा में जाना और स्वदेशी जागरण मूवमेंट में हिस्सा लेना उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत थी। उन्होंने कहा कि आज भाजपा ने ही उन्हें यहां तक पहुंचाया है।
पिता से संबंधों पर भी बात
अपने पिता के साथ संबंधों पर बात करते हुए निशिकांत दुबे ने बताया कि आज भी उनकी पिता से सीधी बातचीत नहीं होती है, बल्कि माता के माध्यम से होती है। उन्होंने इसे एक पुरानी परंपरा बताते हुए कहा कि उनके परिवार में इस तरह का सीधा संवाद नहीं होता है।