झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री Raghubar Das ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के एक दिन बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता शीबू सोरेन और उनकी पत्नी से मुलाकात की।
उन्होंने शीबू सोरेन के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
Raghubar Das, जो ओडिशा के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में लौटे हैं, ने भाजपा में नई ऊर्जा का संचार किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड की अस्मिता और संस्कृति को बचाने के लिए वह पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने घुसपैठ और धर्मांतरण के मुद्दों को झारखंड की राजनीति का अहम मुद्दा बताते हुए कहा कि सभी धर्मों का सम्मान है, लेकिन भय या लोभ से धर्म परिवर्तन असंवैधानिक है।
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दास ने राज्यहित में गठबंधन सरकार को सहयोग का आश्वासन दिया, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा संघर्ष से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत करने और सदस्यता अभियान में अधिक भागीदारी का आग्रह किया।
रघुवर दास की वापसी को भाजपा की झारखंड में आदिवासी और ओबीसी वोट बैंक को साधने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। उनकी सक्रियता से पार्टी में नई ऊर्जा और राजनीतिक दिशा की उम्मीद की जा रही है।