कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi ने रविवार को पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की।
यह बैठक राबड़ी देवी के आवास पर हुई, जिसमें बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद रहे। बैठक करीब 20 मिनट चली, जिससे बिहार की सियासत में हलचल मच गई है।
महागठबंधन पर चर्चा की अटकलें
इस मुलाकात को महागठबंधन की आगामी रणनीति और सीट बंटवारे से जोड़कर देखा जा रहा है। बिहार महागठबंधन में बीते कुछ दिनों से खींचतान की खबरें सामने आई हैं।
- सीट बंटवारे का मुद्दा:
कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह 70 से कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी। - इंडिया गठबंधन पर नेतृत्व विवाद:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व देने के प्रस्ताव पर भी मतभेद की अटकलें हैं।
हालांकि, बैठक के बाद इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं आया कि सीट बंटवारे पर चर्चा हुई या नहीं।
यह भी पढ़े: लाठीचार्ज के बाद Prashant Kishor पर सवाल, वायरल वीडियो का सच और उनकी प्रतिक्रिया
Rahul Gandhi का कार्यकर्ताओं को संदेश
इससे पहले, राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
- भाजपा पर हमला:
राहुल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर यह आरोप लगाया कि उन्हें संविधान और आजादी पर भरोसा नहीं है। - बिहार को लेबर फैक्ट्री कहा:
राहुल ने राज्य में पेपर लीक और रोजगार की कमी को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं का शोषण हो रहा है और यह सरकार रोजगार देने में विफल रही है।
Rahul Gandhi: गर्दनीबाग धरने में छात्रों से मुलाकात
राहुल गांधी ने 70वीं बीपीएससी परीक्षा की दोबारा मांग कर रहे छात्रों से भी मुलाकात की। उन्होंने उनके मुद्दे संसद में उठाने का आश्वासन दिया और कहा कि युवा भारत का भविष्य हैं, उनकी आवाज सुनी जाएगी।
सियासी सरगर्मी तेज
लालू यादव और राहुल गांधी की यह मुलाकात बिहार में महागठबंधन की रणनीति को नई दिशा दे सकती है। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ संवाद और गर्दनीबाग धरने में शामिल होने से राहुल ने अपनी सक्रियता का संदेश दिया।