राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के नेता Pashupati Paras ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं।
पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। हालांकि, यह अभी तय नहीं हुआ है कि रालोजपा एनडीए के साथ जाएगी या महागठबंधन का हिस्सा बनेगी। पार्टी इस पर फरवरी में अंतिम निर्णय लेगी।
राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में होगा फैसला
रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल के अनुसार:
- फरवरी में राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक बुलाई जाएगी।
- बैठक में केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह की अध्यक्षता में गठबंधन को लेकर फैसला लिया जाएगा।
Pashupati Paras की सक्रियता और संभावित प्रत्याशी चयन
- पशुपति पारस लगातार बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं।
- पार्टी ने विधानसभा सम्मेलनों की शुरुआत कर दी है, जहां संभावित प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा।
Pashupati Paras के एनडीए से रिश्ते और महागठबंधन में जाने की संभावना
- एनडीए से साइडलाइन:
2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने पारस की जगह उनके भतीजे चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को तरजीह दी थी।- इससे नाराज होकर पारस ने नरेंद्र मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
- चुनाव के बाद एनडीए की बैठकों में उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया।
- महागठबंधन की संभावनाएं:
मकर संक्रांति पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में लालू प्रसाद यादव की उपस्थिति ने महागठबंधन में उनकी एंट्री की अटकलों को हवा दी।
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रालोजपा का दावा और तैयारी
- पार्टी का दावा है कि विधानसभा चुनाव में रालोजपा “पारसमणी पत्थर” साबित होगी।
- चुनावी तैयारी के तहत पार्टी ने जमीनी स्तर पर सभी पदाधिकारियों को सक्रिय कर दिया है।
राजनीतिक समीकरणों पर नजर
पारस की पार्टी के फैसले से बिहार की सियासत पर गहरा असर पड़ेगा।
- एनडीए में वापसी:
यह भाजपा और जेडीयू के लिए फायदेमंद हो सकता है। - महागठबंधन में शामिल होना:
इससे विपक्षी दलों को अतिरिक्त ताकत मिलेगी।
फरवरी में होने वाला यह निर्णय बिहार चुनाव की तस्वीर को काफी हद तक स्पष्ट करेगा।