Ranchi: Jharkhand सरकार ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) उनके मूल वेतन के 46 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है।
इस साल 1 जनवरी से प्रभावी इस फैसले पर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में मुहर लगायी गयी।
Jharkhand भर के लगभग 1.90 लाख कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ होगा
कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “महंगाई भत्ता और महंगाई राहत को चार फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया है।” इस समायोजन से राज्य भर के लगभग 1.90 लाख कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ होगा। विशेष रूप से, यदि किसी पेंशनभोगी की मृत्यु हो गई है, तो महंगाई राहत उनके परिवार के सदस्यों को दी जाएगी।
Jharkhand: इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों का बकाया मिलेगा
कैबिनेट बैठक के दौरान जिन 30 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई उनमें डीए में बढ़ोतरी प्रमुख है। इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों का बकाया मिलेगा। इसके अतिरिक्त, सरकार ने ग्राम स्तर पर सहायता डेस्क के लिए 2,500 रुपये के मासिक भुगतान के साथ अनुबंध के आधार पर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की भर्ती को मंजूरी दे दी है।
इसके अलावा, कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों के लिए मकान किराया भत्ते के अनुमान और नई दिल्ली में झारखंड भवन के निर्माण के लिए धन के आवंटन को हरी झंडी दे दी है। राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी से संबंधित व्यक्तियों के लिए तीर्थयात्रा की सुविधा के लिए एक योजना के तहत झारखंड के भीतर 11 तीर्थ स्थलों और देश भर में 30 स्थलों को शामिल करने की भी योजना बनाई है।
डीए और डीआर दोनों को आमतौर पर वर्ष में दो बार समायोजित किया जाता है
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है, जो 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी होकर मूल वेतन का 50 प्रतिशत हो जाएगा। इस कदम से एक करोड़ से अधिक केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ होगा। साथ ही, इन कर्मचारियों के लिए मकान किराया भत्ता (एचआरए) में बढ़ोतरी की भी घोषणा की गई है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल के कैबिनेट फैसलों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अकेले डीए बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर 12,868 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। इसके अलावा, सरकार ने महंगाई राहत में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की है। डीए और डीआर दोनों को आमतौर पर वर्ष में दो बार समायोजित किया जाता है, जो क्रमशः जनवरी और जुलाई से प्रभावी होता है।