बोकारो: बोकारो जिले में 21 अप्रैल को हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 18 नक्सलियों की पहचान कर उनके खिलाफ गोमिया के महुआटांड़ थाना में प्राथमिकी दर्ज की है। मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ के इनामी कुख्यात नक्सली प्रयाग मांझी भी शामिल है।
मुठभेड़ लूगूबुडु पहाड़ी क्षेत्र में हुई थी, जहां पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन और जगुआर के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। इस दौरान दोनों ओर से करीब 3500 राउंड गोलियां चलीं। पुलिस और सुरक्षा बलों ने करीब 1500 राउंड फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में 8 नक्सली मारे गए और एक घायल हुआ, जिसे इलाज के लिए बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अब भी 9 से 10 नक्सली फरार बताए जा रहे हैं और उनकी तलाश में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने जिन 18 नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें इन नामों का उल्लेख किया गया है: प्रयाग मांझी, साहेब राम मांझी, अरविंद यादव, रामखेलावन गांझू उर्फ छोटा बिरसेन, अनुज महतो उर्फ सुभाष महतो उर्फ सहदेव महतो, चंचल उर्फ रघुनाथ हेंब्रम उर्फ बीरसेन उर्फ हेमलाल हेंब्रम उर्फ करना, कुंवर मांझी उर्फ सहदेव मांझी, फूलचंद मांझी उर्फ राजू, विनोद हांसदा, गंगा उर्फ लंगड़ा, महेश, चंचल दी, राजू, महेश, तुनीलाल लाल, रंजू अमन दा, सुनील और दयानंद उर्फ फलटुस कुमार।
इसके अलावा कई अज्ञात नक्सलियों के भी इस मुठभेड़ में शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। मामले की जांच का जिम्मा बेरमो एसडीपीओ को सौंपा गया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया, लेकिन वे लगातार फायरिंग करते रहे।
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पुलिस के अनुसार नक्सलियों के लिए कोरिडोर माने जाने वाले गोमिया के ललपनिया क्षेत्र से लेकर पारसनाथ तक सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। सुरक्षाबल फरार नक्सलियों की धरपकड़ के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।