Godda: गोड्डा जिले से एक बार फिर झारखंड शिक्षा विभाग के खोखले दावों की पोल खुलती तस्वीर सामने आई है। मेहरमा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय घोरीचक में सालों से जल मीनार और चापाकल खराब पड़े हैं, जिससे स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों और विद्यालय प्रबंधन द्वारा बार-बार विभाग और पंचायत प्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नतीजतन, बच्चों को बगल के एक गंदे कुंए से पानी लाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कुंए की स्थिति इतनी खराब है कि उसे देखकर पानी पीना तो दूर, लोग उसे छूने से भी कतराते हैं। बावजूद इसके, इसी पानी से बच्चों की प्यास बुझाई जाती है और मध्याह्न भोजन (मिड-डे मील) भी इसी पानी से तैयार किया जाता है।
स्कूल में शौचालय तो मौजूद हैं, लेकिन पानी की अनुपलब्धता के कारण उनका उपयोग संभव नहीं है। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि स्कूल में लगभग 30 से 40 बच्चे नामांकित हैं। इसके बावजूद विभाग का सौतेला व्यवहार बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ कर रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने विभाग से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की है। यदि शीघ्र कोई कदम नहीं उठाया गया, तो बच्चों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है। शिक्षा विभाग की लापरवाही ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कागजों पर किए गए वादों का जमीनी हकीकत से कोई मेल नहीं है।