गोपालगंज: Bihar NIA Raid: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गोपालगंज में मानव तस्करी और साइबर ठगी के एक बड़े मामले में शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए रंजन मांझी से छह घंटे तक पूछताछ की और उनका मोबाइल जब्त कर लिया।
रंजन पर आरोप है कि वह लोगों को विदेश भेजकर साइबर ठगी में फंसाने का काम करता था। एनआईए ने इससे पहले भी जिले में कई स्थानों पर छापेमारी की थी, जहां से लाखों रुपये नकद, मोबाइल फोन और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए।
Bihar NIA Raid: कंबोडिया कनेक्शन का खुलासा
यह मामला कंबोडिया में चल रहे साइबर ठगी नेटवर्क से जुड़ा है। यहां भेजे गए लोगों से ठगी कराई जाती थी, और मना करने पर उन्हें प्रताड़ित किया जाता था। शुभम कुमार नाम के एक पीड़ित ने अपनी आपबीती में बताया कि कैसे उसे हथुआ के अर्जुन कुमार सिंह ने विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और कंबोडिया भेजा।
वहां शुभम को साइबर ठगी के काम में लगाया गया, और मना करने पर उसे बिजली के झटके दिए गए। चाइनीज गिरोह ने उसे छुड़ाने के लिए एजेंट से 2,000 डॉलर की मांग की थी।
यह भी पढ़े: धनबाद के राजन को ‘रेक्स कर्मवीर पुरस्कार 2024’ से किया गया सम्मानित
Bihar NIA Raid: एनआईए की छापेमारी और गिरफ्तारी
एनआईए ने शुक्रवार को मांझागढ़ थाना क्षेत्र के सिपाहखास गांव में छापेमारी की, जहां स्थानीय पुलिस को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। गुरुवार को भी जिले के पांच अन्य स्थानों पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान 36 लाख रुपये नकद, दो मोबाइल और कई दस्तावेज जब्त किए गए। टीम ने मीरगंज, हथुआ और गोपालगंज शहर के आर्य नगर सहित कई स्थानों पर जांच की।
विदेशी नौकरी का झांसा और ठगी का जाल
शुभम ने बताया कि उसे नौकरी के बहाने कंबोडिया भेजा गया, लेकिन वहां साइबर ठगी के लिए मजबूर किया गया। इस मामले में उसने गोपालगंज साइबर थाने में अर्जुन कुमार सिंह, अशोक सिंह और अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की जांच के बाद एनआईए हरकत में आई और हथुआ के महैचा गांव से दिवाकर सिंह के घर से दो मोबाइल और डायरी जब्त की।
टूर और ट्रेवल्स एजेंसियों पर सख्ती
एनआईए ने गोपालगंज के अरबियन टूर एंड ट्रेवल्स के संचालक सुनील कुमार के घर और ऑफिस पर भी छापेमारी की। यहां से 36 लाख रुपये नकद और कुछ पासपोर्ट बरामद किए गए। इस कार्रवाई से टूर और ट्रेवल्स एजेंसियों में खलबली मच गई है।
मानव तस्करी के जाल का विस्तार
एनआईए का कहना है कि मानव तस्करी और साइबर ठगी का यह जाल व्यापक रूप से फैला हुआ है। एजेंसी गहराई से जांच कर रही है और आने वाले दिनों में और खुलासे की संभावना है। इस कार्रवाई ने जिले में अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने का संकेत दिया है।