पटना: Bihar के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा ई-शिक्षाकोष ऐप पर ऑनलाइन हाजिरी में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। कई शिक्षक एक ही फोटो बार-बार अपलोड कर उपस्थिति दर्ज कर रहे थे।
शिक्षा विभाग ने इस अनियमितता को गंभीरता से लेते हुए संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। दोषी पाए जाने पर शिक्षकों की नौकरी खत्म हो सकती है। यह मामला बेतिया जिले का है, जहां विभाग के अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी ने जांच के आदेश दिए हैं।खेत से कैसे बन रही थी हाजिरी?
बेतिया जिले के सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली के तहत शिक्षकों को ई-शिक्षाकोष ऐप पर लाइव फोटो के जरिए हाजिरी लगानी होती है। लेकिन कई शिक्षकों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए एक ही फोटो को बार-बार अपलोड किया।
यह भी पढ़े: भारत नहीं, पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे महात्मा गांधी: Abhijit Bhattacharyya
जब शिक्षा विभाग ने हाजिरी डेटा का विश्लेषण किया, तो पाया गया कि कुछ शिक्षक स्कूल परिसर से बाहर, जैसे खेत या अन्य स्थानों से फोटो अपलोड कर रहे थे। यह साफ दिखा कि वे स्कूल में मौजूद नहीं थे।
अपर सचिव की सख्त चिट्ठी
शिक्षा विभाग के अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी ने इस गड़बड़ी को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) को पत्र लिखकर जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षकों को स्कूल परिसर के 500 मीटर के भीतर से ही फोटो अपलोड करनी होती है। लेकिन कई शिक्षक इस नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि कुछ शिक्षकों ने लगातार एक ही फोटो अपलोड किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वे फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज करवा रहे थे।
दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई तय
शिक्षा विभाग ने साफ कहा है कि दोषी शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त किया जा सकता है।
गड़बड़ी रोकने के लिए सख्त निर्देश
शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों और निरीक्षण अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे जांच में तेजी लाएं और दोषियों पर कार्रवाई करें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने कहा कि विभाग का यह कदम शिक्षकों को उनके कार्यों के प्रति अधिक जवाबदेह बनाएगा।
शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की पहल
ई-शिक्षाकोष ऐप का उद्देश्य शिक्षकों की उपस्थिति प्रणाली में पारदर्शिता लाना और उन्हें स्कूलों में नियमित रूप से उपस्थित रहने के लिए प्रेरित करना है। हालांकि, कुछ शिक्षकों ने इसका गलत फायदा उठाने की कोशिश की।
अब विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे न केवल दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी, बल्कि अन्य शिक्षकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभाने का स्पष्ट संदेश जाएगा।