Katihar News: कटिहार में मां जानकी धाम के बैनर तले चल रहा अलौकिक सत्याग्रह अब चर्चा का बड़ा विषय बन गया है। पिछले पांच दिनों से संगठन से जुड़े लोग अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर कटिहार समाहरणालय के सामने धरना दे रहे हैं। इस दौरान उनके विरोध प्रदर्शन का तरीका बेहद अलग और आकर्षक दिख रहा है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बाढ़ और कटाव से प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल पुनर्वास की व्यवस्था की जाए, साथ ही वेंडर जोन जैसी सुविधाएं भी दी जाएं ताकि विस्थापित और बेरोजगार लोग सम्मानजनक जीवन जी सकें। इन मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी हर दिन किसी न किसी अनोखे अंदाज़ में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज महिलाओं ने धरना स्थल पर जितिया व्रत का पारंपरिक डाला सजाया और पूजा-अर्चना कर ईश्वर से न्याय की प्रार्थना की।
महिलाएं पूरी आस्था और भक्ति के साथ सत्याग्रह को पूजा-पाठ से जोड़कर सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करती दिखीं। उनका कहना है कि चूंकि सरकार हमारी आवाज नहीं सुन रही है, इसलिए अब हम भगवान को साक्षी मानकर यह आंदोलन कर रहे हैं।
सत्याग्रह स्थल पर महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों की भीड़ उमड़ पड़ी। एक ओर आंदोलन की गर्मी थी, तो दूसरी ओर धार्मिक माहौल ने पूरे प्रदर्शन को अलौकिक बना दिया। लोग अनोखे अंदाज़ में अपनी समस्याएँ रख रहे थे।
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संगठन के राजेश गुरनानी ने साफ़ कहा है कि जब तक उनकी माँगें पूरी नहीं हो जातीं, यह सत्याग्रह ऐसे ही चलता रहेगा। उनका आरोप है कि प्रशासन सालों से सिर्फ़ आश्वासन ही दे रहा है, लेकिन विस्थापितों और विक्रेताओं की समस्याओं पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। कटिहार का यह आंदोलन अब जनता और प्रशासन, दोनों की नज़रों में चर्चा का विषय बना हुआ है। सवाल यह है कि आस्था और संघर्ष के इस संगम से सरकार कब जागेगी और पीड़ितों को कब राहत मिलेगी।