कर्नाटक में भाजपा ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi के खिलाफ एक गंभीर शिकायत दर्ज कराई है।
राहुल गांधी की सफाई और कांग्रेस का पक्ष
भाजपा का आरोप है कि राहुल गांधी ने एससी, एसटी, और ओबीसी समुदायों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिससे इन वर्गों में नाराजगी फैल गई है। इसके साथ ही भाजपा ने उनके बयान को भारत की आंतरिक सुरक्षा, संप्रभुता, एकता और अखंडता के लिए खतरा बताया है।
भाजपा की राज्य इकाई ने राहुल गांधी के बयानों की जांच और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, राहुल गांधी ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं और कांग्रेस आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से अधिक करने की दिशा में काम करेगी।
देशभर में भाजपा का विरोध प्रदर्शन
यह मामला तब और गर्म हो गया जब दिल्ली भाजपा ने भी राहुल गांधी के खिलाफ तीन अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेता राकेश डोगरा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने और भारत की संप्रभुता को खतरे में डालने के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
दरअसल, राहुल गांधी ने हाल ही में अपने अमेरिका दौरे पर कहा था कि जब भारत एक निष्पक्ष देश बन जाएगा, तब कांग्रेस आरक्षण को खत्म करने पर विचार कर सकती है। इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगाया, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ।
Rahul Gandhi के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया
राहुल गांधी ने इस विवाद को शांत करने के लिए स्पष्ट किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस आरक्षण की मौजूदा सीमा को बढ़ाने के पक्ष में है और वे आरक्षण को 50 प्रतिशत से अधिक करने की वकालत करते हैं।
इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। भाजपा के विरोध प्रदर्शन और राहुल गांधी के बयान पर मचे घमासान के बीच यह मुद्दा आने वाले समय में और गहराता नजर आ रहा है। अब देखना होगा कि इस विवाद का क्या अंजाम होता है और राजनीतिक दल इसे किस दिशा में लेकर जाते हैं।