बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार 14वें दिन भी जारी रहा। पटना में धरने पर बैठे अभ्यर्थी परीक्षा में कथित अनियमितताओं का विरोध कर रहे हैं और निष्पक्ष जांच के साथ परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपना बयान देते हुए कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग एक स्वतंत्र और स्वायत्त संस्था है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आयोग अपने स्तर पर उचित निर्णय लेगा। सम्राट चौधरी ने कहा, “सरकार इस मामले में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करेगी। बीपीएससी को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाएगा। अभ्यर्थियों को भी आयोग के निर्णय का सम्मान करना चाहिए।”
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धैर्य बनाए रखें और आयोग के निर्णय का इंतजार करें
वहीं, इस मुद्दे पर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी कहा कि आयोग को अपनी प्रक्रिया पर विश्वास है और वह निष्पक्ष जांच करेगा। मंत्री ने अभ्यर्थियों से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें और आयोग के निर्णय का इंतजार करें।
आयोग हर शिकायत की गंभीरता से जांच कर रहा है: BPSC
धरना दे रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा के दौरान कई अनियमितताएं हुई थीं, जिन पर कार्रवाई होना जरूरी है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो उनका आंदोलन और तेज होगा। इस बीच, बीपीएससी ने अभ्यर्थियों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि आयोग हर शिकायत की गंभीरता से जांच कर रहा है और सही निर्णय लेने के लिए प्रतिबद्ध है।