बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पटना में छात्रों का प्रदर्शन जारी है। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के प्रयास में मार्च कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे प्रदर्शन और तेज हो गया।
सोमवार को 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात की। हालांकि, बातचीत किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची, और छात्रों ने धरना जारी रखने का फैसला किया।
BPSC Protest: मुख्य सचिव से छात्रों की मांगें:
- पूरी प्रारंभिक परीक्षा रद्द करना।
- परीक्षा में अनियमितता की उच्च स्तरीय जांच।
- छात्रों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेना।
- पुलिस लाठीचार्ज में शामिल कर्मियों पर कार्रवाई।
- दिवंगत सोनू कुमार के परिवार को मुआवजा।
छात्रों ने मुख्य सचिव को 28 परीक्षा केंद्रों की सूची भी सौंपी, जिन पर अनियमितताओं के आरोप हैं। मुख्य सचिव ने छात्रों की मांगों पर मुख्यमंत्री से बातचीत करवाने और परीक्षा में गड़बड़ियों की जांच कराने का भरोसा दिलाया है।
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जारी रहेगा धरना
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सुभाष ने बताया कि जब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं होता, धरना जारी रहेगा। छात्रों ने 4 जनवरी को बापू परिसर में पुनर्परीक्षा स्थगित करने की भी मांग की है।
पुलिस लाठीचार्ज और जनता की नाराजगी
रविवार को छात्रों पर हुए लाठीचार्ज से पटना के लोग नाराज हैं और सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों और जनता का कहना है कि प्रशासन को शांतिपूर्ण समाधान के लिए कदम उठाने चाहिए।
छात्रों के आंदोलन ने सरकार और आयोग के सामने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब मुख्यमंत्री से मुलाकात और आगे की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।