New Delhi: भारत के नए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस Sanjiv Khanna ने परंपरा से हटकर आधिकारिक CJI आवास में जाने से इनकार किया है।
अपने 183 दिनों के छोटे कार्यकाल को देखते हुए, उन्होंने 5, कृष्ण मेनन मार्ग स्थित CJI आवास के बजाय अपने मौजूदा निवास में ही रहने का निर्णय लिया है। इस फैसले के पीछे कारण यह है कि वे स्थानांतरण की प्रक्रिया में समय बर्बाद करने के बजाय न्यायिक जिम्मेदारियों पर पूरा ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
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जस्टिस Sanjiv Khanna, जिनका न्यायिक करियर 1983 से अब तक विभिन्न क्षेत्रों में योगदान से भरपूर रहा है, 13 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। उनके इस निर्णय से न्यायिक कार्य में दक्षता और निरंतरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता झलकती है। सुप्रीम कोर्ट में रहते हुए उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने की पुष्टि और चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता जैसे महत्वपूर्ण फैसलों में भाग लिया है।
अपने मौजूदा निवास में बने रहने का यह फैसला जस्टिस खन्ना की प्रतीकात्मकता से अधिक वास्तविकता पर जोर देने की सोच को दर्शाता है, ताकि मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका सीमित समय सर्वोच्च न्यायालय के कार्यों को और प्रभावी बनाने में लग सके।