New Delhi: मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal को सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग केस में अंतरिम जमानत मिल चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव 2024 में चुनाव प्रचार करने के लिए या राहत दी है। जेल से बाहर रहने की अवधि के दरमियान अरविंद केजरीवाल को कोर्ट के द्वारा लगाई गई नियमों का पालन करना होगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंतिम जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद राष्ट्रीय राजनीति के साथ ही आम आदमी पार्टी के अंदरखाने में भी हलचल मची हुई है।
वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ट्रायल कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुख्यमंत्री केजरीवाल की पैरवी कर रहे हैं।
अभिषेक सिंघवी को राज्य सभा भेज सकते है Arvind Kejriwal
शीर्ष अदालत ने अभिषेक सिंघवी की जोरदार दलीलों के वजह से ही स्पेशल बेंच ने सीएम केजरीवाल को बड़ी राहत देते हुए उन्हें अंतिम जमानत दे दी, ताकि वह चुनाव प्रचार में शामिल हो सके। अब मुख्यमंत्री केजरीवाल इसके लिए अभिषेक मनु सिंघवी को एक बड़ा इनाम देना चाहते हैं।
दरअसल सीएम अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल से संसद के उच्च सदन से इस्तीफा देने का आग्रह किया है, ताकि आम आदमी पार्टी के वकील अभिषेक मनु सिंघवी को पार्टी के दिल्ली कोटे से राज्यसभा भेजा जा सके। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व प्रमुख स्वाति मालीवाल ने जनवरी में आम आदमी पार्टी के तरफ से राज्यसभा के सदस्यता की शपथ ली थी।
इकोनामिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अब स्वाति मालीवाल से राज्यसभा के सदस्यता छोड़ने की आग्रह की है। केजरीवाल सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी को दिल्ली से राज्यसभा भेजना चाह रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से स्वाति मालीवाल को या संदेश भिजवाया।
मालीवाल इसी वजह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए उनके सिविल लाइंस स्थित घर पर गई थी। आप है कि वहां केजरीवाल के निजी सहयोगी विभव कुमार ने उनके साथ बदतमीजी की।
स्वाति मालीवाल को मैसेज
मीडिया खबरों के अनुसार स्वाति मालीवाल को संदेश भिजवाया गया है कि उनको पंजाब से राज्यसभा में भेजा जाएगा। आम आदमी पार्टी का यह मानना है कि पंजाब से पार्टी के कोटे से राज्यसभा भेजे गए पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह उच्च सदन से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।
ऐसे में स्वाति मालीवाल को पंजाब से राज्यसभा में एडजस्ट किया जाएगा।परंतु पार्टी नेताओं का कहना है कि स्वाति मालीवाल ने इसे गलत तरीके से ले लिया और उन्हें लगा कि पार्टी उन्हें अलग-थलग कर रही है। इकोनामिक टाइम्स के रिपोर्ट की माने तो स्वाति मालीवाल इसी बारे में बात करने के लिए सीएम केजरीवाल के घर गई थी जहां उनसे विभव कुमार ने कथित तौर पर बदतमीजी की।