Ranchi: झारखंड के CM Hemant Soren ने अपने हालिया बयान में केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला, जिसमें उन्होंने राजनीतिक नेताओं की तुलना गिद्धों से की।
गिरिडीह जिले के गांडेय में ‘आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक गिद्ध मंडराने लगे हैं। उन्होंने कहा, “अभी छोटे-छोटे गिद्ध आ रहे हैं, कुछ दिनों बाद बड़े गिद्ध नजर आएंगे, जो जनता को झूठे वादों और आश्वासनों से भ्रमित करेंगे।” सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता जाति, धर्म और अगड़ा-पिछड़ा के नाम पर जनता को भ्रमित करने की कोशिश करेंगे, जिससे जनता को सतर्क रहना चाहिए।
सरना धर्म कोड की मांग पर Hemant Soren ने केंद्र सरकार को घेरा
मुख्यमंत्री ने आदिवासी समुदाय के लिए सरना धर्म कोड की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड विधानसभा से इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा गया, लेकिन केंद्र ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा, “हमारी पहचान ही नहीं है, तो हमारा गायब होना स्वाभाविक है।”
उन्होंने भाजपा पर आदिवासियों और दलितों के अधिकारों को हड़पने का आरोप लगाया और कहा कि लेटरल एंट्री के नाम पर आदिवासी और दलित समुदाय के लोगों की जगह पर बाहरी लोगों को लाने की तैयारी की जा रही है।
हेमंत सोरेन ने भाजपा पर झारखंड के पिछड़े वर्ग के आरक्षण में कटौती का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार ने 27 प्रतिशत आरक्षण को घटाकर 14 प्रतिशत कर दिया। जब उनकी सरकार आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव लेकर आई, तो इसे असंवैधानिक ठहराकर रोक दिया गया। उन्होंने केंद्र और राज्यपाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब उनकी सरकार कोई काम करती है, तो उसे असंवैधानिक करार दिया जाता है, जबकि भाजपा जो करती है, उसे संवैधानिक ठहराया जाता है।
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वन पट्टों के मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें सिर्फ 1-2 डिसमिल जमीन का पट्टा देती थीं, लेकिन उनकी सरकार अब एकड़ के हिसाब से पट्टे दे रही है, ताकि लोग उस जमीन पर फलदार वृक्ष लगा सकें और जमीन उनकी बनी रहे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे भाजपा के झूठे वादों से बचें और सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को समझें।