दिवाली पर रामलला के दर्शन को पहुंचे सीएम योगी, कहा- अब अयोध्या धाम त्रेता युग में…

Uttar Pradesh : आज देशभर में दीपों का पर्व दीपावली धूमधाम से मनाई जा रही है। इस बार अयोध्या के लोगों में दिवाली को लेकर एक खासा उत्साह है। भव्य राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली दिवाली है। वहीं, छोटी दिवाली के खास मौके पर इस साल भी दीपोत्सव मनाया गया। अयोध्या का सरयू घाट 28 लाख दीयों से जगमगा उठा। दीपोत्सव के सफल आयोजन के बाद आज गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ रामलला के दर्शन के लिए राम मंदिर पहुंचे।

छोटी दिवाली के खास मौके पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) रामलला धाम अयोध्या पहुंचे। जहां उन्होंने रामलला के दर्शन किए और फिर सरयू घाट पर दीप जलाकर नमन करते हुए दीपोत्सव का शुभारंग किया। साथ ही अयोध्या वासियों को दिवाली की शुभकामनाएं भी दी।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली के खास मौके पर कहा कि यह पर्व हमें जोड़ता है और हमारे भीतर के अंधकार को दूर करता है। अयोध्या की दीपावली की चर्चा अब पूरे देश में होने लगी है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- “आज दीपावली के अवसर पर मैं आप सभी को बधाई देता हूं। प्रभु श्री राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या धाम त्रेता युग में दीप मालाओं से जगमग हुआ था। हजारों वर्षों के बाद भी यह पर्व पूरे देश का उत्सव बन गया है। इस बार की दिवाली विशेष है, क्योंकि 500 वर्षों के लंबे इतंजार के बाद प्रभु श्री राम अपने धाम में विराजमान हुए हैं।अयोध्या के दिवाली के कार्यक्रम के साथ पूरा देश जुड़ने के लिए उत्सुक है। यह पर्व हमें जोड़ता है और अंधकार को दूर करता है।”

बता दें कि इस बार के दीपोत्सव ने फिर नया रिकॉर्ड बनाया है। सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी सहित 55 घाटों पर नए रिकॉर्ड बनाए गए। यहां अयोध्या ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दरअसल, 30 अक्टूबर को अयोध्या में सरयू नदी के तट पर 25 लाख 12 हजार 585 दीयों का प्रज्जवलन किया गया। इसके साथ ही 1,121 ‘वेदाचार्य’ ने एक साथ ‘आरती’ की। वहीं इस दौरान दीयों की गिनती ड्रोन के जरिए की गई।

यह भी पढ़े: रहस्यों से भरा एक ऐसा मंदिर, जहाँ जंजीरों में कैद हैं माँ काली

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

powered by Advanced iFrame. Get the Pro version on CodeCanyon.