वाणिज्य मंत्री Piyush Goyal द्वारा भारतीय स्टार्टअप्स को ‘किराना डिलीवरी’ और ‘आइसक्रीम बेचने’ तक सीमित बताने वाली टिप्पणी के बाद उद्योग जगत में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।
क्विक कॉमर्स कंपनी Zepto के CEO आदित पलीचा ने लिंक्डइन पर जवाब देते हुए कहा कि भारत में स्टार्टअप्स की आलोचना करना आसान है, खासकर जब उनकी तुलना अमेरिका या चीन की तकनीकी कंपनियों से की जाए।
आदित पलीचा ने कहा कि Zepto आज 1.5 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहा है, सरकार को हर साल 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स दे रहा है और एक अरब डॉलर से ज्यादा का एफडीआई ला चुका है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह भारतीय नवाचार की मिसाल नहीं है, तो और क्या है।
Piyush Goyal ने कांग्रेस पर लगाया बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप
इस बयानबाज़ी के बीच पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर उनके बयान को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य स्टार्टअप्स को गुमराह करना नहीं था, बल्कि उन्हें सेमीकंडक्टर, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और AI जैसे उच्च तकनीकी क्षेत्रों की ओर प्रोत्साहित करना था।
Piyush Goyal का बयान: “क्या हम डिलीवरी ब्वॉय बनकर खुश रहेंगे?”
पीयूष गोयल ने Startup Mahakumbh कार्यक्रम में कहा था कि भारत को ऐसे स्टार्टअप्स की जरूरत है जो भविष्य की तकनीकों पर काम करें। उन्होंने पूछा, “क्या हम डिलीवरी ब्वॉय और गर्ल्स बनकर खुश रहेंगे? क्या यही भारत की नियति है?” उन्होंने इसे उद्यमिता तो बताया, लेकिन स्टार्टअप के रूप में नहीं देखा।
अन्य उद्यमियों की प्रतिक्रियाएं
- श्रीधर वेम्बू (Zoho): भारत को ऐसे स्मार्ट इंजीनियरों की ज़रूरत है जो बड़ी तकनीकी चुनौतियों को हल कर सकें।
- मोहनदास पई (पूर्व CFO, Infosys): चीन से तुलना उचित नहीं है, भारत में भी तकनीकी स्टार्टअप्स हैं, भले ही वे अभी छोटे हों।
- अनुपम मित्तल (Shaadi.com): कुछ उच्च तकनीकी स्टार्टअप्स बेहद प्रतिभाशाली हैं, लेकिन उन्हें पूंजी और सहयोगी माहौल की कमी झेलनी पड़ रही है।